Kiriburu : झारखंड के सारंडा स्थित सेल की खदानों में कार्य करने वाले सेलकर्मियों व मजदूर काफी विपरीत मौसम में कार्य करते हुए सेल व भारत का रीढ़ बने हुए हैं. ऐसे सेलकर्मियों व मजदूरों की कार्य कुशलता पर हम सभी को गर्व है. उक्त बातें इस्पात मंत्रालय (भारत सरकार) के सचिव प्रदीप कुमार त्रिपाठी ने भारी वर्षा व कोहरे के बीच सेल की मेघाहातुबुरु व बोलानी खदान का दौरा करने के दौरान सेलकर्मियों से बातचीत में कही.
लीज के एनओसी के लिए प्रजेंटेशन ठीक से तैयार करें
उन्होंने कहा कि सेल की खदानों के बेहतर भविष्य के लिये खदानों का प्रस्तावित लीज का फॉरेस्ट क्लियरेंश होना अत्यंत जरूरी है. फॉरेस्ट क्लियरेंस के लिए जो भी प्रस्ताव आप केंद्र व राज्य सरकार के संबंधित विभाग के पास बढ़ा़ते हैं उसके पहले बेहतर होमवर्क, फोटो व वीडियोग्राफी, तमाम तथ्यों को प्रभावशाली रूप से तथा मजबूती से रखकर अच्छी तरीके से प्रजेंट करें. दौरे के क्रम में उन्होंने सेल द्वारा संचालित एकलव्य आर्चरी अकादमी जाकर युवा तीरंदाजों से मुलाकात की और वहां तीर से निशाना भी साधा.
पौधारोपण कर लोगों से पर्यावरण की रक्षा की अपील
इस्पात सचिव प्रदीप कुमार त्रिपाठी ने किरीबुरु में पौधारोपण कर लोगों से वन व पर्यावरण की रक्षा हेतु अपील भी की. कार्यक्रम के बाद व मेघालया गेस्ट हाउस पहुंचे जहां उन्हें सीआईएसएफ के उप समादेष्टा मनजीत कुमार के नेतृत्व में जवानों ने गार्ड आफ ऑनर दिया. तत्पश्चात वह सड़क मार्ग से रांची के लिए रवाना हो गऐ. उनके इस दौरे के दौरान बीएसएल के निदेशक प्रभारी अमरेन्दु प्रकाश, बीएसएल झारखंड ग्रुप ऑफ माइन्स के सीजीएम प्रभारी डीके बर्मन, किरीबुरु के सीजीएम कमलेश राय, मेघाहातुबुरु के सीजीएम आरपी सेलबम, महाप्रबंधक नवीन कुमार सोनकुशरे, महाप्रबंधक संजय बनर्जी, डॉ मनोज कुमार, प्रवीण कुमार, अवधेश कुमार आदि दर्जनों अधिकारी मौजूद थे.