- जनता और पुलिस के बीच कम्यूनिकेशन गैप दूर करने के लिए हर दूसरे और चौथे मंगलवार को थाना दिवस
- जमीन के अवैध धंधे में पुलिसकर्मियों की संलिप्तता मिली, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी, कोई नहीं बचेगा
- पशु तस्करों और उनसे जुड़े लोगों को सख्चेत तावनी, गलत धंधे से दूरी बना लें, वरना अंजाम भुगतने को तैयार रहें
Saurav Singh
Ranchi : भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी किशोर कौशल को राजधानी रांची का वरीय पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) बनाया गया है. पदभार ग्रहण करने के साथ ही दैनिक शुभम संदेश ने उनसे राजधानी की विधि व्यवस्था और अपराध नियंत्रण जैसे मुद्दों पर बातचीत की. एसएसपी किशोर कौशल ने कहा है कि उनका पूरा जोर अपराधियों पर सख्ती बरतने पर रहेगा. इसके लिए उन्हें जनता से भी सहयोग की अपेक्षा रहेगी. अगर आम लोगों का सहयोग मिला, तो रांची को क्राइम फ्री बनाने में काफी हद तक सफलता मिलेगी. नवनियुक्त एसएसपी ने राजधानी की विधि व्यवस्था के साथ पशु तस्करी, अवैध कारोबार पर लगाम लगाने के संबंध में खुलकर बातचीत की.
प्रस्तुत है बातचीत के मुख्य अंश
सवाल : राजधानी में पुलिसिंग को लेकर आपकी क्या प्राथमिकता है ?
एसएसपी : पहली प्राथमिकता आमजन की समस्याओं का निपटारा करना है. आम लोग जो भी समस्या लेकर पुलिस पास आएंगे, उनकी समस्या पर ससमय सुनवाई होगी. लोगों की समस्याएं जल्द से जल्द दूर करने का प्रयास किया जाएगा. आम लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास पैदा किया जाएगा.
सवाल : सक्रिय अपराधिक गिरोहों पर नियंत्रण जरूरी है, ताकि विधि व्यवस्था बनी रहे, इसके लिए क्या योजना है ?
एसएसपी : जिले का पुलिस कप्तान होने के नाते मेरी कोशिश यही होगी कि सक्रिय अपराधिक गिरोह के खिलाफ लगातार अभियान चले. जरूरत पड़ेगी, तो ऐसे अपराधियों पर सीसीए बी लगाया जाएगा. फरार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए एक टीम गठित की जाएगी. जेल में बंद अपराधियों पर भी नजर रखी जाएगी. लगतार उनकी गतिविधियों की मॉनिटरिंग पर जोर होगा. जो जमानत पर बाहर हैं और जिनकी गतिविधि संदिग्ध लगेगी, उन्हे जिलाबदर भी कराया जाएगा. ऐसा कर हम राजधानी की विधि व्यवस्था बनाए रखने में कामयाब होंगे.
सवाल : पुलिस की छवि कई बार खराब हुई है. प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए जरूरतमंदों को बेवजह दौड़ाया जाता है. इसे कैसे दूर करेंगे?
एसएसपी : मेरे रहते ऐसा नहीं होगा. जो भी जरूरतमंद शिकायत लेकर थाना आएंगे, उन्हें हर संभव मदद की जाएगी. किसी थाने की लापरवाही सामने आती है, तो संबंधित पुलिस पदाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. मेरा फोकस इस बात पर भी रहेगा कि जनता और पुलिस के बीच बेहतर संबंध बने. दोनों के बीच कम्यूनिकेशन गैप न रहे. इसके लिए हर दूसरे और चौथे मंगलवार को थाना दिवस मनाने का निर्देश दिया गया है. मेरा मानना है कि जनता को आगे बढ़कर पुलिस की मदद करनी चाहिए. फिर जब पुलिस कार्रवाई करेगी, तो लोगों का पुलिस पर भरोसा और ज्यादा बनेगा.
सवाल : जमीन विवाद को लेकर बीते दिनों रांची में हत्या की घटनाएं बढ़ी हैं. इस पर कैसे अंकुश लगाएंगे?
एसएसपी : जमीन विवाद का मामला पुलिस का सीधा विषय नहीं है. पर जब फर्जी एग्रीमेंट बनाकर जमीन रजिस्ट्री, रुपए लेकर जमीन कब्जा कराने का मामला आता है, तो यह अपराध है. पुलिस इन मामलों पर निष्पक्ष होकर कार्रवाई करेगी. जहां तक जमीन को लेकर हत्या का सवाल है, तो राजधानी के जिन क्षेत्रों में नई जमीन डेवलप होती है, वहां ही ऐसी घटनाएं ज्यादा होती हैं. वैसे इलाकों के जमीन मफिया पर भी पुलिस नजर रखेगी. किसी भी पुलिस पदाधिकारी की भूमिका सामने आती है, तो उनपर भी कार्रवाई होगी.
सवाल : पशु सहित नशीले पदार्थों की तस्करी पर कैसे रोक लगाएंगे, कोई ठोस योजना है क्या?
एसएसपी : पशु तस्करी एक महत्वपूर्ण मुद्दा है. इसकी वजह से आपराधिक गतिविधियां बढ़ने के साथ सांप्रदायिक सौहार्द भी बिगड़ता है. राजधानी के बाहरी इलाकों सहित शहरी क्षेत्रों में एसे कारोबार की सूचना है. पुलिस ऐसे लोगों पर सख्ती से नजर रखेगी. मामले में अभी तो जितने भी मामले दर्ज हुए हैं, उसकी समीक्षा होगी. जो भी इसमें शामिल हैं, उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी. उन्हें चेतावनी दी जाएगी कि पशु तस्करी के धंदे से दूरी बना लें, वरना अंजाम भुगतने को तैयार रहें. नशीले पदार्थों की तस्करी पर रोक के लिए लगातार जांच अभियान चलाया जाएगा.
सवाल : लंबित वारंट और कुर्की जब्ती के मामलों के निष्पादन में पुलिस विलंब क्यों करती है?
एसएसपी : राजधानी होने के कारण पुलिस पर कामकाज का दबाव कही ज्यादा रहता है. ऐसे में वारंट का तामिला कराने या कुर्की जब्ती की कार्रवाई में विलंब हो जाता है. मैं देखूंगा कि वारंट और कुर्की से संबंधित जितने बी मामले लंबित हैं, उनका निबटारा जल्द से जल्द हो. ऐसे मामलों में पुलिस विशेष अभियान के तहत छापेमारी अभियान चला कर वारंटियों को गिरफ्तार कर जेल भेजेगी.
सवाल: कई पुराने और बड़े आपराधिक मामलों का खुलासा करने में पुलिस विफल रही है. ऐसे मामलों को कैसे निबटाएंगे.
एसएसपी : पुराने मामलों की समीक्षा की जा रही है. अनुसंधान में लगे पुलिसकर्मियों को निर्देश दिया गया है कि वे सही समय पर मामले का निपटरा करें. सुपरवाइजरी ऑफिसर भी मामले का सही समय पर सुपरविजन करें, ताकि दोषी को सजा मिल सके.
सवाल : नक्सली और उग्रवादी संगठनों के खिलाफ आपकी रणनीति क्या रहेगी ?
एसएसपी : जिले में सक्रिय नक्सली और उग्रवादी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई पर विशेष जोर रहेगा. पारा मिलिट्री फोर्स के सहयोग से इन संगठनों पर निगरानी रखी जाएगी. जो भी सूचना तंत्र है, उसे और विकसित किया जाएगा. आत्मसमर्पण नीति के तहत नक्सलियों पर सरेंडर करने के लिए दबाव डाला जाएगा.. मुख्यधारा में नक्सली लौटें, इस दिशा में भी पुलिस पहल करेगी.
सवाल : कई सफेदपोश ऐसे हैं, जिनका नाम हत्याकांडों में आया है. आज भी वे खुलेआम घूम रहे हैं, इनसे कैसे निबटेंगे?
एसएसपी : कोई भी व्यक्ति कानून से बाहर नहीं है. संदिग्ध या अपराधी गतिविधियों में जिसकी भी भूमिका होगी, पुलिस उस पर कार्रवाई करेगी. पुलिस पता लगाएगी कि किन -किन हत्याकांडों में सपेदपोशों की भूमिका है या उनकी संलिप्तता है. ऐसे लोगों के खिलाफ ठोस साक्ष्य जुटा कर कार्रवाई की जाएगी. किसी भी हालत में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.