– प्रबंधन ने कहा, धरना खत्म करें छात्र तभी शुरु होंगी कक्षाएं
– सात सूत्री मांगों पर किया विचार
– हॉस्टल का निर्माण एक साल के अंदर होगा पूरा
Ranchi: राजकीय पारा मेडिकल संस्थान रिम्स के छात्र-छात्राओं ने 24 फरवरी को अपनी सात सूत्री मांगों को लेकर चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय के समक्ष धरना दिया था. प्रमुख रूप से हॉस्टल के निर्माण को लेकर छात्र आक्रोशित थे. छात्र-छात्राओं का कहना था कि रिम्स शासी परिषद की 49वीं बैठक के दौरान छात्रावास निर्माण और शिक्षक एवं कर्मियों की आवास निर्माण की स्वीकृति मिली थी. बावजूद इसके अब तक हॉस्टल नहीं बना. ऐसे में हम सभी किराए पर रूम लेकर पढ़ाई व इंटर्नशिप कर रहे हैं. जिस कारण छात्राओं के साथ छेड़छाड़ व छात्रों के साथ छिनतई की घटना हुई है. इधर, सोमवार को एक बार फिर पारा मेडिकल छात्रों ने चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय के समक्ष धरना दिया.
इसे भी पढ़ें-रांची सिविल कोर्ट के जज के खिलाफ 108 कैदियों ने लिखा बंदी पत्र, जानिये क्या है पत्र में
एक साल के अंदर हॉस्टल का निर्मण होगा पूराः डॉ संजय कुमार
वहीं राजकीय पारा मेडिकल संस्थान के कोऑर्डिनेटर डॉ संजय कुमार ने कहा कि छात्रों की मुख्य मांग हॉस्टल निर्माण को लेकर थी. प्रबंधन ने अपने स्तर से पहल कर दिया है. रिम्स शासी परिषद के निर्णय के मद्देनजर जमीन की मापी तीन-चार दिनों के अंदर की जाएगी. इसके बाद हॉस्टल निर्माण का एस्टीमेट अभियंता के द्वारा दिया जाएगा. जिसे शासी परिषद की बैठक में रखा जाएगा. वहां से सहमति मिलते ही हॉस्टल का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा. डॉक्टर्स कॉलोनी स्थित मैरेज हॉल के पास पारा मेडिकल छात्रों के लिए हॉस्टल का निर्माण किया जाना है.
इसे भी पढ़ें-ATR में पुरानी ही बातें, विधायकों को मिले 9 आश्वासनों पर आधी-अधूरी कार्रवाई
पारा मेडिकल के छात्रों के प्रदर्शन से नाराज प्रबंधन ने रद्द कर दी कक्षाएं
पारा मेडिकल के छात्रों के द्वारा चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन से प्रबंधन नाराज है. 24 फरवरी को पारा मेडिकल संस्थान के कोऑर्डिनेटर ने पत्र जारी कर फर्स्ट और सेकेंड ईयर की कक्षा रद्द करने की घोषणा कर दी. वहीं सोमवार को प्रदर्शन होने के बाद कोऑर्डिनेटर डॉ संजय कुमार ने कहा कि जब तक छात्र प्रदर्शन करेंगे तब तक उनकी कक्षाओं को बंद रखा जाएगा. जब पारा मेडिकल के छात्र भरोसा देंगे कि वे प्रदर्शन नहीं करेंगे, तब मंगलवार को प्रबंधन की एक बैठक होगी. बैठक के बाद कक्षाओं को सुचारु रुप से चलाने पर निर्णय लिया जाएगा.