- सीएम आवास घेरने पहुंचे हजारों पारा शिक्षकों को पुलिस ने रोका
- मिला आश्वासन, 10 दिनों के अंदर सरकार के साथ होगी आधिकारिक वार्ता
Ranchi : झारखंड में 26000 सहायक आचार्य की होनेवाली बहाली में सीधा समायोजन की मांग को लेकर टेट पास सहायक अध्यापक शनिवार को हजारों की संख्या में मोरहाबादी पहुंचे. मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने जा रहे इन लोगों को पुलिस ने शिबू सोरेन आवास के पहले रोक दिया. मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू से टेलिफोनिक बातचीत के बाद संगठन के नेताओं की झारखंड शिक्षा परियोजना के प्रशासी पदाधिकारी जैन मिश्रा से बात करायी गयी. जैन मिश्रा द्वारा आश्वासन दिया गया कि अगले 10 दिनों के अंदर संगठन के नेताओं का सरकार के साथ आधिकारिक वार्ता करा दी जायेगी. उनसे वार्ता करनेवालों में प्रमोद कुमार, झरीलाल महतो, मिथिलेश उपाध्याय, मोहन मंडल, सीमांत घोषाल, संजय मेहता, मनोज शर्मा, सज्जाद हुसैन व नफीस अख्तर शामिल थे. वहीं संगठन के लोगों ने कहा कि उच्च स्तरीय बैठक आहूत नहीं होती है, तो प्रदेश कमिटी की बैठक कर उग्र आंदोलन की घोषणा की जाएगी.
कर रहे हैं बिना किसी परीक्षा के समायोजन की मांग
सहायक आचार्य की बहाली नियमावली में बदलाव की मांग को लेकर झारखंड राज्य टेट सहायक अध्यापक समन्वय समिति मुख्यमंत्री से मिलना चाहती है. इसके तहत 14042 टेट पास सहायक शिक्षक को बिना किसी परीक्षा के समायोजन की मांग की जा रही है. सहायक शिक्षकों का कहना है कि हम सभी के पास एक लंबा अनुभव है. राज्य के सहायक अध्यापक के रूप में 20 वर्षों से लगातार अपनी सेवाएं दे रहे हैं. टेट पास सहायक अध्यापक एनसीटीई एवं एनईपी के तमाम अर्हताओं को पूरा करते हैं. इस संदर्भ में झारखंड सरकार के महाधिवक्ता ने लिखित रूप में सरकार को अपनी राय सौंपी है. जिसमें जेटीईटी पास सहायक अध्यापकों को वेतनमान देने की अनुशंसा की गयी है. कहा गया है कि इसमें कोई भी विधिक अड़चन नहीं है.
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