Tantnagar (Ganesh Bari) : एक ही परिवार के तीन सदस्यों का अपहरण और हत्याकांड के मास्टरमाइंड विकास बेहरा (42) को पुलिस ने नाटकीय ढंग से गिरफ्तार कर बुधवार को जेल भेज दिया. पुलिस ने उनके पास से दो मोबाइल भी जब्त किया है. विकास की गिरफ्तारी से पुलिस राहत की सांस ली है. प्राप्त जानकारी के अनुसार तांतनगर पुलिस को आरोपी (विकास बेहरा) पैसे लेने तथा बच्चे से मिलने के लिए चाईबासा आने की गुप्त सूचना मिली. पुलिस गुप्त सूचना के आधार पर मोबाइल नम्बर को ट्रेस कर लोकेशन का पता लगाया और मंगलवार रात को छापेमारी कर एक मकान से गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद विकास हत्याकांड में शामिल होने की बात स्वीकार कर ली है. उसके पास से दो मोबाइल जब्त किया गया है.
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शव दफनाने के लिए 10 दिन पहले ही तैयार कर रखा था गड्ढा
गौरतलब है कि तांतनगर ओपी अतंर्गत खेड़िया टांगर के सिदमा के एक ही परिवार जगदीश राजक (60), शारदा देवी (55) व राज उर्फ राजू राजक (17) का 22 मई 2022 को रात में घर से अपहरण कर लिया गया. अपहरण कर पांच किमी दूर सिंगासो जंगल में तीनों को ले जाया गया. जहां तीनों की पीट-पीट कर बेहरमी से हत्या कर दी गई. हत्या करने के बाद लाश को छिपाने की नीयत से गाड़ी से 30 किमी दूर छोटा लागिया जंगल में दफना दिया. आरोपियों द्वारा शव दफनाने के लिए 10 दिन पहले गड्ढे को तैयार कर रखा था. हत्याकांड के सात माह बाद दो आरोपी सुष्मिता तथा पार्वती की गिरफ्तारी हुई. उसके बाद इस हत्याकांड का उद्भेदन हुआ था. मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में सड़े गले स्थिति में शव को बरामद किया गया था. हत्याकांड में शामिल 5 आरोपियों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. हत्याकांड के मास्टरमाइंड विकास बेहरा फरार था जिसकी पुलिस को तलाश कर रही थी.
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मृतक व विकास बेहरा के बीच चल रहा था विवाद
बताते दें कि सिदमा में मृतक परिवार और विकास बेहरा के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा था. जमीन विवाद का मामला तांतनगर ओपी मामला पहुंचा था. अंचलाधिकारी द्वारा पुलिस सुरक्षा के बीच जमीन का सीमाकंन किया गया था. उसके बाद भी दोनों परिवार के बीच विवाद गहराता गया. विकास बेहरा द्वारा जान से मरने की धमकी दी जा रही थी. आरोपियों ने 22 मई रात को पूजा करने के बहाने (मृत जगदीश) के घर पहुंचे. उसके बाद अपहरण कर तीनों को जंगल में ले गए वहां तीनों की हत्या कर दी. पुलिस ने 24 मई 2022 को मंझारी थाना में अपहरण कर हत्या करने का मामला दर्ज किया. पुलिस ने अपने अनुसंधान में इस घटना को अंजाम देने में 7 आरोपियों को शामिल पाया.
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हत्याकांड में ये लोग थे शामिल
सिदमा के एक परिवार के तीन सदस्यों की अपहरण व हत्या मामले में 7 लोगों को आरोपी बनाया गया. जिसमें रसाये सिंकू (51) अंगरडीहा, कुमारडुंगी थाना क्षेत्र, सुशीला जामुदा उर्फ समशुल जमुदा (31) लोहरदा, मुफ्फसिल थाना क्षेत्र, सुष्मिता बेहरा उर्फ सुष्मिता हेम्ब्रम (35) सिदमा तांतनगर ओपी क्षेत्र, पार्वती सावैंया उर्फ पार्वती बेहरा (25) सिदमा, तांतनगर ओपी क्षेत्र, टुडू गागराई उर्फ दिवरी गागराई उर्फ मानकी गागराई (53) अरगुण्डी टोला बासासाई, मुफ्फसिल थाना क्षेत्र, बिक्रम अंगरिया (35) बिरसिंह हातु, टोटों थाना क्षेत्र के हैं. जिस में बिक्रम अंगरिया गांव में जमीन विवाद मामले में ग्रामीणों द्वारा मारा गया. आरोपी सुष्मिता और पार्वती दोनों विकास बेहरा की पत्नी है. इन सभी आरोपियों को पुलिस पहले गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. विकास बेहरा घटना को अंजाम देने के बाद से फरार था.
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हत्याकांड में पांच लोग पहले ही जा चुके हैं जेल – थाना प्रभारी
सिदमा के एक ही परिवार के तीन सदस्यों की अपहरण कर हत्याकांड में शामिल मास्टरमाइंड विकास बेहरा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. हत्याकांड में शामिल 7 में से पांच को पहले भेजा चुका है. एक आरोपी बिक्रम अंगरिया को गांव में जमीन विवाद में मार दिया गया.
राहुल कुमार राम, प्रभारी ओपी तांतनगर.