- बीडीओ और थाना प्रभारी की मौजूदगी में की गई सारी कार्रवाई
- धरनार्थियों ने चेताया था कि बिना वार्तालाप ताला तोड़ा गया तो आंदोलन होगा तेज
- पंजी-2 की प्रमाणित प्रतिलिपि उपलब्ध कराने को लेकर 15 दिन तक जारी रहा था लोगों का आंदोलन
Tisri (Giridih) : किसान जनता पार्टी के धरनार्थियों द्वारा शनिवार को तिसरी प्रखंड सह अंचल कार्यालय के मुख्य गेट में की गई तालाबंदी को लगभग 30 घंटे के बाद प्रशासन द्वारा ताला तोड़कर खोला गया. रविवार की दोपहर प्रखंड विकास पदाधिकारी सह अंचलाधिकारी मनीष कुमार और थाना प्रभारी संजय नायक दलबल के साथ ब्लॉक कार्यालय पहुंचे.
जिसके बाद इन पदाधिकारियों की उपस्थिति में भाजपा नेता उपेंद्र साव, राहुल यादव, सुधीर कुमार आदि ने धरनार्थियों द्वारा मुख्य गेट में लगाए गए ताले को हथौड़े की मदद से तोड़ा. जिसके बाद बीडीओ के आदेश पर कार्यालय में कुछ कर्मी चुनाव संबंधित कार्यों में लग गए. साथ ही कार्यालय की सुरक्षा के लिए सुरक्षा कर्मियों को भी तैनात किया जा रहा है.
क्या कहते हैं प्रखंड विकास पदाधिकारी सह अंचलधिकारी
इस संबंध में बीडीओ सह सीओ मनीष कुमार ने कहा कि बीते दिन वे चुनाव संबंधी कार्यों को लेकर जिला कार्यालय में आयोजित बैठक में थे. इसी बीच कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा सरकारी कार्य व निर्वाचन कार्य को प्रभावित करने के उद्देश्य से कार्यालय के मुख्य गेट में ताला जड़ दिया गया था. जिसके बाद उन लोगों को काफी समझाने – बुझाने का प्रयास किया गया, लेकिन वे लोग नहीं माने. रविवार को पुनः निर्वाचन कार्य के लिए कार्यालय आने के दौरान तालाबंद पाया गया. जिसके बाद इस ताले को खुलवाया गया. साथ ही उन्होंने कहा कि इस मामले में अपने वरीय पदाधिकारी व थाना प्रभारी को विधिपूर्वक लिखित रूप में सूचना दी गयी है. जांच जारी है, आगे की कार्रवाई होगी. धरनार्थियों की मांगों के विषय में उन्होंने कहा कि विधिपूर्वक मांग करने पर ही प्रशासन उनका कार्य करेगा.
धारा 188 के तहत प्रखंड सह अंचल कार्यालय में धरना-प्रदर्शन करने पर रोक : बीडीओ
उन्होंने कहा कि भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के अंतर्गत किसी लोक सेवक द्वारा दिए गए आदेशों का पालन करना नागरिकों का कर्तव्य है. कार्यालय के पास भीड़-भाड़ लगाने से कार्य के लिए आए आम जनता को काफी परेशानी होती है. साथ ही हो-हल्ला करने से सरकारी कार्य भी प्रभावित होती है, इसलिए प्रखंड सह अंचल कार्यालय परिसर में किसी भी प्रकार की भीड़ व हो-हल्ला करने पर पाबंदी रहेगी. साथ ही उन्होंने कहा कि यदि किसी को धरना-प्रदर्शन करना है तो अनुमंडल पदाधिकारी या उपायुक्त से आदेश लेकर स्थान चिन्हित करवाते हुए लोकतांत्रिक तरीके से धरना-प्रदर्शन करें.
कहा कि यदि कोई भी व्यक्ति सरकारी कार्य को बाधा पहुंचाने का प्रयास करता है तो प्रशासन उनसे सख्ती से निपटेगा.
कब और क्यों दिया गया था धरना, क्या है पूरा मामला
बता दें कि सूचना अधिकार अधिनियम 2005 के तहत पंजी-2 के प्रमाणित प्रतिलिपि के लिए अंचल का चक्कर लगा रहे दर्जनों ग्रामीण 23 फरवरी से तिसरी प्रखंड सह अंचल कार्यालय के समक्ष किसान जनता पार्टी के बैनर तले अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे थे.
उक्त लोगों द्वारा सूचना अधिकारी अधिनियम 2005 की धारा 6(1) के तहत प्रखंड के 32 मौजा का पंजी-2 का प्रमाणित प्रतिलिपि उपलब्ध कराने का अनुरोध किया था. जिसके लिए उन्होंने जनवरी माह में ही नाजीर रशीद भी कटवा लिया था.
बावजूद इसके उन्हें पंजी- 2 की प्रतिलिपि नहीं दी गयी, जिसको लेकर किसान जनता पार्टी के बैनर तले प्रखंड के विभिन्न पंचायत के दर्जनों लोग 15 दिनों से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे थे. सार्थक प्रशासनिक पहल नहीं होने के कारण 16वें दिन धरने पर बैठे लोगों ने प्रखंड सह अंचल कार्यालय में ताला जड़ दिया था.
कई पुलिस पदाधिकारियों की हुई ट्रांसफर पोस्टिंग
Giridih : पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शर्मा ने रविवार को जिले के कई महत्वपूर्ण थाना और इंस्पेक्टर कार्यालय में पुलिस पदाधिकारी को पदस्थापित किया है. नगर थाना प्रभारी रहे रामनारायण चौधरी के तबादले के बाद नगर थाना प्रभारी के रूप में पुलिस इंस्पेक्टर शैलेश प्रसाद को पदस्थापित किया गया है. वहीं पुलिस इंस्पेक्टर श्याम किशोर प्रसाद को मुफस्सिल थाना प्रभारी बनाया गया है. साइबर थाना में पदस्थापित रहे ज्ञान रंजन को सरिया बगोदर अंचल में पुलिस इंस्पेक्टर के पद पर तैनात किया गया है. अभियोजन कुसंग के प्रभारी रहे भिखारी राम को ग्रामीण क्षेत्र का पुलिस इंस्पेक्टर बनाया गया है. मंटू कुमार को पचंबा अंचल का इंस्पेक्टर बनाए जाने के साथ ही जिला नियंत्रण कच्छ की भी जिम्मेदारी दी गई है. पुलिस लाइन में रहे राजेंद्र प्रसाद महतो को यातायात थाना प्रभारी बनाया गया है.
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