-शाषी परिषद की बैठक में जेनरेटर की खरीदारी को मिल चुकी है स्वीकृति
– मरीजों के साथ बीडीएस की पढ़ाई कर रहे छात्रों को भी हो रही परेशानी
Ranchi: रिम्स जिसे राज्य के सबसे बड़े अस्पताल होने का तमगा प्राप्त है. सुपर स्पेशलिटी सुविधाओं से लैस होने का दंभ भरने वाले रिम्स का डेंटल विभाग इन दिनों बिजली की समस्या से जूझ रहा है. इलाज कराने वाले मरीजों को बिजली कटने के कारण इलाज से वंचित रहना पड़ रहा है. वहीं रजिस्ट्रेशन कराने के लिए भी उन्हें ट्रामा सेंटर जाना पड़ता है. गौरतलब है कि 2019 के शाषी परिषद की बैठक के दौरान जेनरेटर की खरीदारी की स्वीकृति मिली थी. बावजूद इसके तीन साल बीत गए और जेनरेटर खरीदारी नहीं हो सकी है. डेंटल विभाग में कई अत्याधुनिक मशीनें हैं. मशीनों के संचालन के लिए बिजली की जरूरत पड़ती है.
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मरीजों के साथ बीडीएस की पढ़ाई कर रहे छात्रों को भी परेशानी
वहीं डेंटल विभाग के प्राचार्य डॉ एनएन सिंह ने कहा कि दंत चिकित्सा संस्थान में बिजली की समस्या बनी हुई है. इस संस्थान के लिए अलग से जेनरेटर की व्यवस्था नहीं है. उन्होंने कहा कि गवर्निंग बॉडी की बैठक में जेनरेटर की खरीददारी की स्वीकृति मिल चुकी है. डॉ एनएन सिंह भी मानते हैं कि बिजली कटने के कारण मरीजों की समस्या हो रही है. उन्होंने कहा कि बीडीएस की पढ़ाई कर रहे छात्रों को बिजली कटने के कारण परेशानी होती है. क्लास के दौरान प्रोजेक्टर बंद हो जाता है. इंटरनेट की व्यवस्था भी अवरूद्ध हो जाती है. डॉ एनएन सिंह ने कहा कि सरकार की ओर से कोई कमी नहीं है. लेकिन क्रय की प्रक्रिया को विलंब किया गया है.
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क्या कहते हैं मरीज
वहीं गुमला जिले के भरनो से आए मरीज शिवचंद्र उरांव ने कहा कि पत्नी पिछले 1 सप्ताह से दांत दर्द से परेशान है. इलाज के लिए रिम्स आए हैं, लेकिन बिजली कटने के कारण ट्रॉमा सेंटर जाकर रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ा. अब इलाज के लिए बिजली का इंतजार करने को मजबूर हैं.