Shruti Prakash Singh
Ranchi : राहुल गांधी ब्रांड टी-शर्ट रांची में नहीं है. रांची के बड़े से बड़े दुकान वाले बरबेरी [ Burberry brand ] की टी-शर्ट नहीं रखते. उनका साफ कहना है कि जब मांग ही नहीं है, तो पैसा क्यों फंसाना? दुकानदारों ने शुभम संदेश से कहा कि आज तक किसी ने बरबेरी की टी-शर्ट नहीं मांगी. कुछ दुकानदारों ने यह तक कहा कि रांची के एक प्रतिशत लोग भी बरबेरी ब्रांड टी-शर्ट पहनने की हैसियत नहीं रखते. ज्ञात हो कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष इन दिनों भारत जोड़ो यात्रा पर हैं और बीजेपी के नेताओं ने आरोप लगाया है कि राहुल बरबेरी ब्रांड टी-शर्ट पहनकर भारत जोड़ने निकले हैं. पढ़ें – रामगढ़ डीसी की अपील- अभिभावक 0-5 साल के बच्चों को जरूर पिलाएं पोलियो की खुराक
इसे भी पढ़ें – बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के छात्रों ने खारे जल में मछली पालन करना सिखा, 28 स्टूडेंट कोलकत्ता और काकद्वीप दौरे पर
क्या है बरबेरी
यह दुनिया का सबसे मशहूर, पुराना और महंगा ब्रांड है. इसके कपड़े दुनिया की महान हस्तियां पहनती रहीं हैं. 1856 में एक ब्रिटिश नागरिक थॉमस बरबेरी ने बरबेरी ब्रांड की स्थापना की थी. इस ब्रांड के कपड़े मौसम अनुकूल होते हैं. यानी गर्मी में कम गर्मी का अहसास दिलाएंगे. ये डिजाइन होते ही पेटेंट करा लिए जाते हैं. बरबेरी भारत में डायरेक्ट स्टोर के जरिए व्यापार नहीं करती है. यहां थर्ड पार्टी के जरिए ये कपड़े मिलते हैं. बरबेरी की टी-शर्ट भारत में 20 हजार से शुरू हो जाती है, लेकिन ठीक-ठाक टी-शर्ट की कीमत 40 हजार से ऊपर की है.
इसे भी पढ़ें – 1932 के खतियान पर भाजपा चुप, सिर्फ निशिकांत ट्विटर पर कर रहे फुटुर-फुटुर
क्या कहते हैं रांची के वस्त्र विक्रेता
वूल हाउस के संचालक अमन कुजारा ने कहा कि रांची के लोग बरबेरी टी शर्ट से अवगत नहीं हैं. जो टी शर्ट 20 हज़ार से शुरू हो, उसे लोग क्यों खरीदेंगे. रांची तो क्या पूरे झारखंड में बरबेरी ब्रांड का कोई आउटलेट नहीं है और न कोई थर्ड पार्टी इसे उपलब्ध करवाती है. जब इसकी डिमांड ही नहीं है, तो हम अपने शॉप में भी नहीं रखते.
द टेक्सटाइल्स एंड अपारेल्स के आलोक मिनोचा ने कहा कि रांची में अभी इतने महंगे टी शर्ट की डिमांड नहीं है और न कभी बरबेरी ने यहां आउटलेट शुरू करने के बारे में सोचा. न किसी कारोबारी ने बरबेरी से संपर्क किया होगा. रांची में दो प्रतिशत लोग भी बरबेरी नहीं पहनते होंगे. जो बरबेरी ब्रांड की टी शर्ट पहनते हैं, वे बाहर से शॉपिंग कर के आते हैं. अभी तक किसी ने हमसे इस ब्रांड की डिमांड नहीं की है.
एमआर मार्केट के संचालक प्रदीप भावशिंका ने कहा कि बरबेरी जैसे ब्रांड का यहां मार्केट नहीं है. अगर एक-दो लोग यहां पहन भी रहे हैं, तो वह डुप्लीकेट होगा. यह विदेशी ब्रांड मेट्रो सिटी में मिलेगा. न यहां लोग इसे पहनते हैं न इसे जानते हैं. हम इस ब्रांड के पांच-दस टी शर्ट रखेंगे, तो हमारा ही घाटा है.
इसे भी पढ़ें – 1932 खतियान : संभावित विरोध प्रदर्शन को लेकर झारखंड पुलिस अलर्ट, राज्यभर में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात