Dhanbad : मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सहायता योजना को लेकर समाहरणालय में 23 सितंबर को डीसी संदीप सिंह ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं एमओआईसी के साथ बैठक की. कहा कि यह सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक है, जिसे प्राथमिकता के आधार पर उन लोगों तक पहुंचाना है जो आर्थिक रूप से कमजोर और बीमार हैं. इस योजना के तहत किसी भी तरह की बीमारी अथवा सर्जरी, कैंसर, कोविड से पीड़ित जरूरतमंद को 3000 से लेकर ₹25000 तक की अनुदान राशि देने का प्रावधान है. इसके साथ ही डीसी ने जन्म-मृत्यु पंजीकरण की समीक्षा की. इस कार्य की उपलब्धियां गिनाने के साथ पदाधिकारियों को कई आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए.
बैठक में उपायुक्त सह जिला रजिस्ट्रार (जन्म मृत्यु) श् संदीप सिंह, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी सह अपर जिला रजिस्ट्रार (जन्म मृत्यु) महेश भगत, उप निर्वाचन पदाधिकारी मृत्युंजय कुमार पांडेय, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी एमओआईसी व अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.
जन्म-मृत्यु प्नमाणपत्र बनाने वाला चौथा जिला बना धनबाद
जिला सांख्यिकी पदाधिकारी सह अपर जिला रजिस्ट्रार (जन्म मृत्यु) महेश भगत ने बताया कि जनवरी से अगस्त 2022 तक जन्म प्रमाण पत्र निर्गत करने में धनबाद जिला ने 99.24 प्रतिशत का लक्ष्य हासिल कर पूरे झारखंड राज्य में चौथा स्थान प्राप्त किया है. जिले में जन्म-मृत्यु निबंधन के कुल 303 सेंटर हैं. जिसमें 256 सभी पंचायतों में, 33 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 10 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, सदर अस्पताल, धनबाद नगर निगम, नगर परिषद चिरकुंडा एवं मेडिकल कॉलेज में एक-एक निबंधन सेंटर संचालित किए जा रहे हैं. 189 प्राइवेट अस्पतालों में से 186 प्राइवेट अस्पतालों को सीआरएस पोर्टल से जोड़ दिया गया है.
छूटे निजी अस्पतालों को सीआरएस पोर्टल से जोड़ें
डीसी ने छूटे हुए निजी अस्पतालों को सीआरएस पोर्टल से जोड़ने, पंचायत रजिस्ट्रार की हर माह बैठक करने एवं पंचायत रजिस्टर की समीक्षा करने, पेंशन सत्यापन में तेजी लाने, वोटर कार्ड को आधार से जोड़ने के लिए अभियान चलाने का निर्देश दिया. साथ ही प्रखंड वार जन्म मृत्यु रजिस्ट्रेशन की समीक्षा की.
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