- फैशन डिजाइनर की पढ़ाई कर रही टंडवा के टाना भगत परिवार की बेटी पूनम
- हजारीबाग के केबी महिला महाविद्यालय में ले रहीं तालीम, खुश है पूरा समाज
Chatra : चतरा जिले के पिपरवार कोयलांचल क्षेत्र के जनजातीय समाज में कुछ करने का जज्बा एवं समाज में अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति की बदौलत बदलाव दिखने लगा है. भारतीय संस्कृति को जीने वाले टाना भगत परिवार में भी बदलाव की बयार बहने लगी है. टंडवा के टाना भगत परिवार की बेटी पूनम टाना भगत हजारीबाग के केबी महिला महाविद्यालय में फैशन डिजाइन का कोर्स कर रही हैं. उसका तृतीय वर्ष फैशन डिजाइनिंग का चल रहा है. वह टंडवा प्रखंड के सरैया गांव की रहने वाली है. सरैया गांव में टाना भगत परिवार के पांच दर्जन लोग निवास करते हैं. पूनम बताती हैं कि अब घर का माहौल पूरी तरह से बदल गया है. उसकी दो बड़ी बहनें और एक भाई है. सभी नौकरी करते हैं. पिता वाहन चालक हैं. सीसीएल में जमीन जाने के बाद परिजनों को नौकरी लगी है. पूनम कहती हैं कि उसे फैशन डिजाइनर बनना है. इसलिए हजारीबाग में आकर पढ़ाई कर रही है. 15 हजार रुपए प्रत्येक सेमेस्टर पर खर्च होता है. घर में लोग कुड़ुक भाषा बोलते हैं. पूनम के फैशन डिजाइनर की तालीम लेने से गांव और आसपास के क्षेत्र में खुशी का माहौल है.
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