Ranchi : झारखंड राज्य स्थापना दिवस के सरकारी विज्ञापन में राज्यपाल रमेश बैस की तस्वीर नहीं होना भाजपा को रास नहीं आ रहा है. रांची सांसद संजय सेठ ने इस पर कड़ा एतराज जताया है. उन्होंने कहा कि झारखंड स्थापना दिवस पर अखबारों के विज्ञापन में राज्यपाल की तस्वीर नहीं है, जबकि राज्यपाल राष्ट्रपति के प्रतिनिधि के रूप में कार्य करते हैं. यह राष्ट्रपति का भी अपमान है. बेहद दूर्भाग्यपूर्ण और दुर्भावनापूर्ण निर्णय है. ऐसा क्यों हुआ ? जवाब तो राज्य सरकार को देना चाहिए.
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मुख्यमंत्री को जनता के सामने इसका जवाब देना चाहिए
उन्होंने कहा कि यह सरकार पूरी तरह से दुर्भावना की मानसिकता से ग्रसित होकर काम कर रही है. सरकार में बैठे लोगों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि इस देश का जो लोकतंत्र है. जो संवैधानिक परिपाटी रही है. जो लोकतांत्रिक ढांचा बना हुआ है. वह किसी भी रूप में बिखरे नहीं परंतु सारी मर्यादाओं को तार-तार करके यह सरकार प्राइवेट लिमिटेड कंपनी टाइप से राज्य को चलाने का काम कर रही है. इतने बड़े स्थापना दिवस के कार्यक्रम में राज्यपाल का तस्वीर नहीं होना, सरकार की ओछी मानसिकता को दर्शाता है. सांसद सेठ ने कहा कि इस मामले में राज्य के मुख्यमंत्री को जनता के सामने इस बात का जवाब देना चाहिए कि आखिर क्यों और किसकी गलती से ऐसा हुआ.
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