Kolkata : 21 दिसंबर को वर्ष 2020 की अंतिम दुर्लभ खगोलीय घटना घटने वाली है, जब बृहस्पति और शनि एक चमकते सितारे की तरह दिखाई देते हुए एक-दूसरे के बहुत करीब आ जाएंगे. एमपी बिड़ला तारामंडल के निदेशक, देबी प्रसाद दुआरी ने इसे एक महान संयोजन बताते हुए कहा कि 1623 के बाद यह पहला मौका है, जब दोनों ग्रह एक-दूसरे के इतने करीब होंगे. भारत के अधिकांश प्रमुख शहरों में सूर्यास्त के बाद इस संयोजन को देखा जा सकता है.
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उन्होंने कहा कि यदि दो आकाशीय पिंड पृथ्वी से एक-दूसरे के करीब दिखाई देते हैं, तो इसे संयुग्मन (conjunction) कहा जाता है और शनि और बृहस्पति के ऐसा संयोग को एक ‘महान संयोग’ कहा जाता है. दुआरी ने बताया कि 21 दिसंबर की रात दोनों ग्रहों की भौतिक दूरी लगभग 735 मिलियन किमी होगी और उन्होंने कहा कि आज से हर गुजरते दिन के साथ दोनों ग्रह एक-दूसरे के करीब आते दिखाई देंगे.
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