- सरकार के उदासीन रवैये का किया विरोध, राज्यस्तरीय आंदोलन तेज करने के लिए बनाई रणनीति
- 31 जुलाई को राज्यभर के वित्तरहित संस्थानों में करेंगे शैक्षणिक हड़ताल
Hazaribagh : वित्त रहित संयुक्त मोर्चा संघ के आह्वान पर बीडीजेजे इंटर महाविद्यालय हरली में शुक्रवार को राज्य सरकार के वित्त रहित स्कूलों व कॉलेजों के प्रति उदासीन रवैए के खिलाफ वित्त रहित शिक्षा नीति का पुतला दहन किया गया. मौके पर महाविद्यालय के शिक्षक प्रतिनिधि बसंत नारायण ने कहा कि आज राज्यभर में वित्त रहित स्कूलों और कॉलेजों के करीब 10 हजार से अधिक स्टाफ भूखे पेट रहकर अपने परिवार को पाल रहे हैं. परिवार के सदस्यों की खुशी को नजर अंदाज कर पठन-पाठन का कार्य 30 से अधिक वर्षों से करते आ रहे हैं. परंतु सरकार का अब तक निष्क्रिय रवैया रहा है. इसको लेकर वे लोग हमेशा आंदोलन करते रहे हैं. अब वे लोग सरकार से घाटा अनुदान व अधिग्रहण की मांग कर रहे हैं. इसे लेकर संघ ने निर्णय लिया है कि आंदोलन को तेज करने के लिए 31 जुलाई को पूरे राज्य में वित्तरहित संस्थानों में शैक्षणिक हड़ताल करेंगे.
दो अगस्त को विधानसभा के सामने महाधरना देंगे. महाधरना 10 बजे से शाम चार बजे तक चलेगा. तीन अगस्त को राज्यभर के सभी वित्त रहित शिक्षण संस्थान के सभी शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मी काला बिल्ला लगाकर उपवास करेंगे. मौके पर डॉ. अनुग्रह नारायण शर्मा, ओम प्रकाश, दिलचंद शर्मा, सुनीता कुमारी, शशिशेखर मिश्र, बिपेंद्र प्रकाश, खेमलाल यादव, सुदर्शन प्रसाद, कृष्ण कांत रवि, विशेश्वर प्रसाद सहित कई लोग उपस्थित थे.
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‘वृक्ष नहीं होंगे कल, तो कहां से मिलेंगे फल’
डीएवी के विद्यार्थियों ने अस्पताल परिसर में पौधे लगाए
प्राचार्य अशोक कुमार सिंह के निर्देशन में डीएवी पब्लिक स्कूल के बच्चों ने शुक्रवार को अनुमंडलीय अस्पताल परिसर में पौधरोपण किया. कार्यक्रम की शुरुआत प्रभारी डॉ. प्रकाश ज्ञानी और प्राचार्य ने संयुक्त रूप से किया. प्राचार्य ने बताया कि यह कार्यक्रम सीबीएसई निर्देशित है. इसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तीन वर्ष पूरा होने के पर आयोजित किया गया है. उन्होंने बताया कि पर्यावरण को शुद्ध और स्वच्छ रखने के साथ खुद को स्वस्थ रखने के लिए हरे वृक्ष नितांत आवश्यक है. वृक्ष प्राणदायिनी है, हर एक व्यक्ति को इसकी रक्षा करनी ही चाहिए. वृक्षों की अंधाधुंध कटाई पर रोक होनी चाहिए. वृक्ष नहीं होंगे कल, तो कहां से मिलेंगे फल जैसे श्लोगन के साथ वृक्षों की महत्ता बताई. डीएस डॉ. ज्ञानी ने कहा कि कोविड काल में लोगों को वृक्ष की महत्ता समझ में आयी. हरे वृक्षों ने ही ऑक्सीजन की कमी को दूर किया और हम सुरक्षित रहे. उन्होंने इस कार्यक्रम के लिए डीएवी परिवार का आभार जताया. साथ ही सभी कर्मियों की लगाए गए वृक्ष को सुरक्षित रखने की बात कही. इस अवसर पर शिक्षक धर्मेंद्र कुमार सिंह, दीपक शरण, राजेश कुमार, रेखा सिंह सहित अस्पताल के पंकज आजाद, नरेश प्रजापति आदि ने महत्वपूर्ण सहयोग दिया.
आरोपी ने पंचायत सचिव के आरोप को बताया झूठ
विष्णुगढ़ स्थित खरना के पंचायत सचिव की ओर से थाने में दर्ज कराए गए मामले को पूर्व मुखिया पति जगदीश महतो ने झूठा बताया है. उन्होंने कहा है कि मारपीट, सरकारी दस्तावेज फाड़ने, जान मारने की धमकी देने तथा सोना की अंगूठी छीनने का आरोप मनगढ़ंत है. इन आरोपों के बाबत आरोपी जगदीश महतो ने कहा कि पंचायत सचिव पैसों की उगाही करने के लिए प्रखंड कार्यालय से कुछ दूरी पर एक भाड़े का कमरा रखे हुए हैं. वह उनसे डोभा के काम के एवज में घूस की मांग कर रहा था. जब घूस देने से मना किया, तो वह अपने कमरे से धक्का देकर उसे बाहर करने लगा. उनके साथ धक्का-मुक्की के दौरान वह खुद गिर पड़े और उनके नाक से खून आने लगा. उसके बाद पंचायत सचिव ने उनपर झूठा आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज करा दिया.
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