Ranchi : टीपीसी उग्रवादी संगठन ने प्रेम सागर मुंडा की हत्या और बबलू मुंडा पर फायरिंग की घटना से इनकार किया है. टीपीसी के प्रवक्ता सचिन ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि गांव से शहर तक अपराधियों की आपसी रंजिश में हत्या, लूट-अपहरण की घटनाओं में भी झूठा आरोप लगाकर टीपीसी को बदनाम किया जा रहा है. संगठन के कोई एक सदस्य का नाम जोड़कर किसी भी घटना को संगठन के सर डाल दिया जा रहा है. प्रेम सागर मुंडा की हत्या और बबलू मुंडा पर हमला संगठन ने नहीं किया. संगठन का दावा है कि बबलू सागर मुंडा की व्यक्तिगत रंजिश कोयला माफियाओं से है.
बबलू मुंडा और प्रेम सागर मुंडा रहा है टीपीसी का सदस्य
टीपीसी के प्रवक्ता सचिन के द्वारा जारी किए गए प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि प्रेम सागर मुंडा और बबलू मुंडा टीपीसी के सक्रिय सदस्य रहे हैं. अगर कोई संगठन छोड़ देता है, तब उसे मारा नहीं जाता है. हमारे संगठन में अपनों को जान से मारने की परंपरा नहीं है. सचिन के अनुसार बबलू मुंडा को खुद मीडिया के सामने आकर यह बताना चाहिए कि क्या उस पर हमला टीपीसी ने करवाया है या फिर उसके भाई प्रेमसागर की हत्या टीपीसी ने की है. पूरे मामले में पुलिस यह कह रही है कि संगठन ने दोनों कांडों को अंजाम दिलवाया है.
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इरफान अंसारी, नीरज भोक्ता 5-6 वर्ष पूर्व सक्रिय सदस्य थे
सचिन ने कहा है कि इरफान अंसारी, नीरज भोक्ता आज से 5-6 वर्ष पूर्व सक्रिय सदस्य थे, लेकिन पुलिस पुरानी डफली बजाने में तुली हुई है. दोनों का वर्तमान समय में संगठन से कोई संबंध नहीं है. बबलू मुंडा ने हथियारबंद बॉडीगार्ड टीपीसी से डरकर नहीं बल्कि कोयला माफियाओं के खौफ की वजह से रखा हुआ है.