Ranchi : आदिवासी समन्वय समिति के तत्वावधान में सोमवार को करम टोली स्थित धूमकुड़िया भवन में विभिन्न आदिवासी संगठनों की बैठक हुई. कुड़मी को आदिवासियों की सूची में शामिल करने की मांग के विरोध में आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता देवकुमार धान ने की. उन्होंने कहा कि जमीन लूट का मुद्दा व आदिवासियों का अस्तित्व बचाने के लिए 5 मार्च को मोरहाबादी में आदिवासी बचाव महारैली की जायेगी. इसके लिए महानगर और गांवों में जोर- शोर से प्रचार किया जाएगा.
आदिवासी का दावा करने वालों का जमकर विरोध किया जाएगा – गीतांश्री उरांव
केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने कहा कि महिलाओं पर हो रहे अत्याचार पर आदिवासी समाज को आगे आना होगा. अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के अध्यक्ष गीतांश्री उरांव ने कहा कि आदिवासी का दावा करने वालों का जमकर विरोध किया जाएगा. कुरमी समाज आदिवासी बनने के लिए सरकार से मांग कर रहा है. इसका जमकर विरोध किया जाएगा. आदिवासियों को अगल धर्म कोड देने के लिए मांग की जायेगी. राष्ट्रीय मुंडा परिषद के अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण मुंडा ने कहा कि आदिवासियों के मारंगबुरू पारसनाथ धार्मिक स्थल को मुक्त कराने एवं आरक्षण रोस्टर का पालन किए बिना ही अनुबंधकर्मियों के स्थायीकरण का विरोध किया जाएगा.
आदिवासियों की जमीन की लूटी जा रही- प्रेमशाही मुंडा
आदिवासी जनपरिषद के अध्यक्ष प्रेमशाही मुंडा ने कहा कि आर्थिक, सामाजिक विकास के लिए आरक्षण दिया गया है. आदिवासी बेटी बहन को हथियार बनाकर गैर आदिवासियों द्वारा आदिवासियों की जमीन की लूटी जा रही है. मौके पर कुदरसी मुंडा, निरंजना हेरेंज टोप्पो, चंदन पहान,अभय भूटकुंवर, सेलिना लकड़ा, राजेंद्र उरांव, आकाश तिर्की, बैजू लोहरा, नवनीत उरांव, अमन मुंडा समेत सैकड़ो लोग उपस्थित थे.
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