Ranchi: चडरी के कोनका स्थित सरना स्थल में रविवार को सरना धर्मावलंबियों ने पूजा अर्चना किया. चडरी सरना पूजा समिति के अध्यक्ष सबलू मुंडा और राजन तिर्की की अगुवाई में पूजन कार्यक्रम हुआ. इसमें सरना समुदाय के सैंकड़ों लोग शामिल हुए.
बता दें कि प्रकृति की अद्भुत शक्ति मां चाला के रूप में चडरी गांव में दस दिनों तक प्रिया तिर्की के घर में रहीं. उनके परिजन सहित अन्य सरना समुदाय के लोग मां का दर्शन और पूजा अर्चना कर रहे थे. इसी उपलक्ष्य में आज ग्यारहवें दिन पूजा किया गया. पूजा के बाद सूंड़ी भात के रूप में प्रसाद ग्रहण किया. सबलू मुंडा ने कहा कि आदिवासियों को सरना धर्म विरासत में मिला है. इसे संजोकर रखने की आवश्यकता है. पूर्वजों द्वारा स्थापित पारंपरिक रीति रिवाज को आनेवाली वंशजों को विद्यमान रखने की आवश्यकता है.
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सबलू मुंडा ने कहा कि आदिवासियों की धार्मिक रीति रिवाजों की वजह से ही प्रकृति बची हुई है. इस कार्यक्रम में सबलू मुंडा, शंकर लिंडा, राजन तिर्की, आनन्द तिर्की, मदन तिर्की, सूरज मुंडा, सुरेन्द्र लिंडा, सागर भगत, आकाश मुंडा, अप्पू लिंडा, विक्की मुंडा, एतवा उरांव, सीटू लोहरा, सुधा मिंज, रूमी लिंडा, खुशबू हेमरोम, खुशबू मुंडा, सुष्मिता मुंडा और श्वेता मुंडा मौजूद थीं. कार्यक्रम में चडरी गांव के पाहन जग्गू पाहन और कोनका की पहनाइन परनो किस्पोट्टा मौजूद थीं.
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