- ईसाई बने आदिवासियों की डी-लिस्टिंग जरूरी, गैर आदिवासी से विवाह करने वाली महिला को पैतृक संपत्ति से वंचित रखा जाए : सालखन मुर्मू
Ranchi : झारखंड, बंगाल और ओड़िशा के गोत्रधारी कुरमी/कुड़मियों की एसटी सूची में शामिल करने की मांग अब सामाजिक तनाव का सबब बनता दिख रहा है. दिल्ली में कुरमी नेताओं के संसद भवन मार्च और आर्थिक नाकेबंदी की चेतावनी के बाद मंगलवार को आदिवासी सेंगल अभियान की बैठक हुई. इसमें कुरमी आंदोलन के जवाब में आंदोलन की घोषणा की गयी. आदिवासी सेंगल अभियान ने 30 जनवरी को राष्ट्रीय रेल-रोड चक्का जाम का एलान किया है. मोरहाबादी मैदान स्थित गांधी वाटिका में हुई बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई. बैठक की अध्यक्षता करते हुए संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद सालखन मुर्मू ने कहा कि कुरमी समाज की एसटी सूची में शामिल करने की मांग सामाजिक नहीं राजनीतिक मसला है. इसके लिए झामुमो ही दोषी है. उन्होंने कहा कि ईसाई बने आदिवासियों की डिलिस्टिंग जरूरी है. आदिवासी महिलाओं को पैतृक संपत्ति में अधिकार मिलना जायज है, परंतु गैर आदिवासियों से शादी बनाने वाली महिलाओं को इससे वंचित रखा जाए.
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22 को मातृभूमि- मातृभाषा विजय दिवस समारोह
बैठक में सरना धर्म कोड की मान्यता, कुर्मी महतो एसटी बनाने की कवायद , डी-लिस्टिंग और आदिवासी महिलाओं को पैतृक संपत्ति में हिस्सेदारी आदि के मुद्दों पर चर्चा की गई. बैठक में कुरमी समाज को एसटी सूची में शामिल होने की मांग का विरोध और सरना धर्म कोड की मान्यता को लेकर 30 जनवरी के राष्ट्रीय रेल- रोड चक्का जाम में सभी सरना और आदिवासी संगठनों से शामिल होने की अपील की गयी. केंद्रीय संयोजक सुमित्रा मुर्मू ने कहा कि मोरहाबादी मैदान में 22 दिसंबर को देश-विदेश से आदिवासी ” हासा- भाषा जीतकर माह हा “( मातृभूमि- मातृभाषा विजय दिवस ) समारोह में शामिल होंगे.
आदिवासी सेंगेल अभियान रांची के लिए कोर कमेटी गठित
बैठक में रांची प्रमंडल के लिए आदिवासी सेंगेल अभियान की कमेटी का गठन किया गया. बिरसा उरांव को अध्यक्ष, चेरवा खलखो को महासचिव, चमरू उरांव को कोषाध्यक्ष, रामकृष्ण भगत को उप कोषाध्यक्ष और बंधनी टोप्पो को सचिव नियुक्त किया गया. सालखन मुर्मू ने रांची प्रमंडल क्षेत्र में सेंगेल की जिला कमेटियों के गठन के लिए इन्हें अधिकृत किया. बैठक में सेंगेल के देवनारायण मुर्मू , चंद्रमोहन मार्डी, ज्योति मुर्मू, तिलका मुर्मू, बसंती किस्पोट्टा, किरण खलखो, बिनोद उरांव आदि उपस्थित थे.
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