धनबाद: बीसीसीएल में कार्यरत एक कर्मचारी रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर कई लोगों से ठगी कर चुका है। ठग का सिंडिकेट इतना लंबा है कि वह ट्रेनिंग भी करवाता है और फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भी देता है। ठगी का शिकार व्यक्ति कोर्ट में मामला दर्ज करवाता है, जिसे थाना भेजा जाता है फिर भी कोई कार्रवाई नहीं होती है। ठग से पीड़ित एक व्यक्ति धनबाद एसएसपी कार्यालय पहुंचा और एसएसपी संजीव कुमार से न्याय की गुहार लगाई।
मामला कतरास थाना क्षेत्र का है। भटमुराना के रहनेवाले बीसीसीएल के गोविंदपुर नंबर 3 में कार्यरत बेचू बेलदार और अनिल चौहान ने कतरास के ही तेलियाबांध के रहने वाले रिटायर्ड बीसीसीएल कर्मी शंभू ठाकुर से पुत्र को रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर 12 लाख की ठगी कर लिया। शंभू ठाकुर का कहना है कि उसने 6 लाख का चेक जबकि 6 लाख कैश बेचू बेलदार को दिया।
भुक्तभोगी शंभू ठाकुर ने बताया कि बेचू बेलदार साथ में काम करता था। उससे अच्छा संबंध था । बेलदार ने उनके पुत्र सूरज को रेलवे में नौकरी दिलवाने की बात की। शंभू ठाकुर झांसे में आ गए। 19 अगस्त, 2019 को उन्होंने बेचू बेलदार को 6 लाख का चेक और कुछ नगद दिए। बाद में थोड़ी-थोड़ी रकम देते ररहे। सब नगद मिलाकर छह लाख हो गया। जिसके बाद एक लेटर डीएसएम ऑफिस दानापुर, खगौल रोड पटना, बिहार का दिया जिसमें ज्वाइन करने की बात थी। जब उनका बेटा सूरज नौकरी ज्वाइन करने गया तो ज्वाइनिंग लेटर को जाली बताया गया।
शंभू ठाकुर और पुत्र सूरज ठाकुर ने मीडिया को बताया कि पैसे देने का सबूत फर्जी ज्वाइनिंग है। शंभू ठाकुर ने कहा कि जब वे बेचू बेलदार से पैसे की मांग करने लगे, तो बेचू बेलदार और अनिल चौहान धमकी देने लगा। इसके बाद धनबाद कोर्ट में मामला दर्ज करवाया गया। कोर्ट से मामला कतरास थाना भेजा गया। लेकिन, कतरास पुलिस 3 महीना बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं कर रही। जब भी कतरास पुलिस से कार्रवाई को लेकर पूछा जाता है, पुलिस वाले टालमटोल करते हैं। हार कर वे लोग धनबाद एसएसपी संजीव कुमार से मिले। जिन्होंने जल्द कार्रवाई की बात कही।