Lucknow : भले ही दंगा फसाद कराना पड़े, लेकिन प्रत्याशी को जिताओ. बूथ जीतने के लिए मारपीट करनी पड़े, तो वह भी करो. भाजपा नेता रामसेवक पटेल द्वारा प्रयागराज में अपने कार्यकर्ताओं को भड़कानेवाला एक वीडियो वायरल होते ही उत्तर प्रदेश में हड़कंप मच गया है. खबर है कि पुलिस ने 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ आचार संहिता का उल्लंघन और अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है.
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रामसेवक का वीडियो मेजा विधानसभा सीट का!
रामसेवक का यह वीडियो मेजा विधानसभा सीट का बताया जाता है. यहां भाजपा नेता रामसेवक पटेल अपने कार्यकर्ताओं को जीतने के लिए दंगा-फसाद, हिंसा और पैसे-शराब बांटने के लिए उकसाते नजर आ रहे हैं. इस सभा में उन्होंने कहा कि चुनाव हर हाल में जीतना है. एक-एक बूथ को जीतने के लिए जो भी करना पड़ेगा, वह आप सबको करना होगा. जीत हासिल करने के लिए चाहे दंगा-फसाद हो या लात-जूता, पैसा-कौड़ी या शराब बांटना हो या फिर ताकत दिखाना होगा, सब कुछ करना पड़ेगा.
उनका वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में दिख रहा है कि रामसेवक पटेल किसी गुप्त स्थान या कमरे में नहीं बल्कि खुलेआम कार्यकर्ताओं को भड़का रहे हैं. मंच से माइक लेकर वह कार्यकर्ताओं को किसी भी तरह चुनाव जीतने के गुर बता रहे हैं. विधायक रह चुके रामसेवक पटेल के साथ ही उनके समर्थकों के खिलाफ भी केस दर्ज कर लिया गया है.
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समाजवादी पार्टी से भाजपा में शामिल हुए हैं रामसेवक
रामसेवक पटेल 2017 का चुनाव हारने के बाद भी सपा के मजबूत दावेदार थे. सपा ने आखिरी वक्त में उनका टिकट काट दिया और संदीप पटेल को उम्मीदवार बना दिया. इसके बाद रामसेवक सपा से नाराज हो गये और वे भाजपा में शामिल हो गये. जानकारी के अनुसार रामसेवक सात फरवरी को ही भाजपा में शामिल हुए थे. 14 फरवरी को मेजा विधानसभा में पार्टी उम्मीदवार और मौजूदा विधायक नीलम करवरिया के समर्थन में हुई नुक्कड़ सभा में राम सेवक पटेल ने भरे मंच से कार्यकर्ताओं व समर्थकों को उकसाया.