गंभीर महिला एसएनएमएमसीएच में भर्ती, अन्य घायलों का चोरी-छिपे निजी अस्पतालों में इलाज
Dhanbad : झरिया के समीप बीसीसीएल की भौरा 4 ए पेच (खदान) में 9 जून की सुबह कोयले के अवैध उत्खनन के दौरान चाल धंसने से बच्चा समेत दो लोगों की दबकर मौत हो गई, जबकि एक दर्जन से अधिक लोग घायल हैं. घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोगों ने मौके पर पहुंचकर मलबे में दबे लोगों बाहर निकाला और इलाज के लिए समीप के अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने दो घायलों को मृत घोषित कर दिया. मृतकों में भौरा 16 नंबर निवासी जीतेंद्र (12 वर्ष) व भौरा 6 नंबर निवासी मदन (25 वर्ष) शामिल हैं. गंभीर रूप से घायल महिला अल्पना देवी का इलाज एसएनएमएमसीएच में चल रहा है. वह भौरा 16 नंबर की रहने वाली है. अन्य घायलों का इलाज चोरी-छिपे निजी अस्पतालों में चल रहा है.
स्थानीय लोगों ने बताया कि बीसीसीएल की भौरा 4 ए पेंच में देवप्रभा आउटसोर्सिंग खदान में कोयले का अवैध उत्खनन किया जा रहा था. तभी अचानक चाल धंस गई, जिसमें अंदर कोयला खनन कर रहे 12 से अधिक लोग मलबे में दब गए, जिनमें दो की मौत हो गई.
मृत बच्चे के परिजनों को मिला 2.10 लाख रुपए मुआवजा, शव का अंतिम संस्कार

मृतक जीतेंद्र के परिजनों व ग्रामीणों ने मुआवजा की मांग को लेकर बीसीसीएल भौरा एरिया ऑफिस के सामने शव को रखकर गेट जाम कर दिया और जमकर प्रदर्शन किया. झरिया विधायक पूर्णिमा सिंह की पहल पर घटना में मृत बच्चा जीतेंद्र के परिजनों को 2.10 लाख रुपए मुआवजा मिला. इसके बाद दोपहर करीब 3 बजे प्रदर्शन समाप्त हुआ और परिजन शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गए.
सीआईएसएफ व पुलिस की मिलीभगत से हो रही कोयले की तस्करी
सिंदरी एसडीपीओ अभिषेक कुमार व जोड़ापोखर थाना के इंस्पेक्टर विनोद उरांव ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच की. दोनों अधिकारियों ने कहा कि हमें अवैध खनन में कई लोगों के दबे होने की सूचना मिली है. पूरी जांच के बाद ही स्पष्ट कुछ भी कहा जा सकता है. इधर, स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि सीआईएसएफ व स्थानीय पुलिस की मिलीभगत से तस्कर कोयले का अवैध उत्खनन करा रहे थे, जिसके परिणामस्वरूप यह घटना घटी.
वरीय अधिकारियों को पहले ही दी थी अवैध खनन की सूचना : सीओ
इस बीच झरिया अंचल के सीओ परमेश कुशवाहा ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच की. उन्होंने घटना में दो लोगों के मरने व एक दर्जन से अधिक लोगों के घायल होने के संबंध में कुछ भी कहने से इंकार किया. कहा कि पूरी जांच के बाद ही कुछ पाएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि कुछ दिन पहले उन्होंने एसडीओ समेत अन्य वरीय अधिकारियों को भौरा में उक्त स्थल पर अवैध उत्खनन की जानकारी दी थी. इसमें लिप्त 11 लोगों के नाम भी बताए थे. लेकिन न तो बीसीसीएल प्रबंधन और न ही भौरा थाना पुलिस ने कोई कार्रवाई की.
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