Shimla : हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी में शनिवार को गुजरात दंगों पर बनी BBC की डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग को लेकर खूब हंगामा हुआ. पुलिसकर्मियों और छात्रों के बीच धक्का-मुक्की और खूब नोंक-झोंक हुई. छात्र संगठन एसएफआई के कार्यकर्ताओं ने पुलिस और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. डॉक्यूमेंट्री रोकने से नाराज छात्रों ने यूनिवर्सिटी कैंपस में अपने मोबाइल और लैपटॉप पर ही डॉक्यूमेंट्री देखने लगे. एसएफआई ने ऐलान किया कि क्यूआर कोड स्कैन के जरिए सभी को डॉक्यूमेंट्री दिखायी जायेगी. (पढ़ें, श्री सर्वेश्वरी समूह में निःशुल्क मिर्गी रोग चिकित्सा शिविर, 66 रोगियों को दी गयी दवाई)
पुलिसकर्मियों ने स्क्रीन उखाड़कर प्रोजेक्टर कर दिया बंद
दरअसल छात्र संगठन एसएफआई ने एचपीयू परिसर में भारी पुलिसबल और क्यूआरटी के जवानों के पहरे के बीच प्रोजेक्टर के जरिए डॉक्यूमेंटरी दिखाने की कोशिश की. लेकिन डॉक्यूमेंटरी पूरी नहीं चल पायी. बीबीसी डॉक्यूमेंट्री 17 मिनट तक चली ही थी कि अचानक वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने स्क्रीनिंग को रोक दिया. पुलिसकर्मियों ने स्क्रीन को उखाड़ दिया और प्रोजेक्टर को बंद कर दिया. इसके बाद हंगामा शुरू हो गया.
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एचपीयू प्रशासन ने एसएफआई को जारी किया था नोटिस
बता दें कि एचपीयू प्रशासन ने इससे पहले एसएफआई को नोटिस जारी किया था. नोटिस के जरिए प्रशासन ने कहा कि डॉक्यूमेंट्री दिखाने पर कानून-व्यवस्था बिगड़ सकती है. नोटिस में लाइब्रेरी के बाहर लॉउड स्पीकर और नारेबाजी को लेकर हाई कोर्ट के आदेशों की उल्लंघन का भी हवाला दिया था. एचपीयू प्रशासन ने डॉक्यूमेंट्री न दिखाने की अपील की थी. लेकिन छात्रों ने किसी की नहीं सुनी और यूनिवर्सिटी कैंपस के अंदर ही स्क्रीन लगाकर BBC डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग की.
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