Jamshedpur : पूर्वी सिंहभूम जिले में टीकाकरण का लक्ष्य पूरा करने के लिए जिला प्रशासन सारी कवायद कर रहा है, लेकिन सफलता नहीं मिल रही है. स्कूलों में जहां छात्र नहीं आ रहे हैं, वहीं दूसरे डोज के प्रति लोगों की रूचि नहीं है. इस कारण दोनों श्रेणी के टीकाकरण का लक्ष्य अब तक पूरा नहीं किया जा सका है. जमशेदपुर में पहले 15 जनवरी और बाद में 31 जनवरी तक टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया था. दोनों तिथियों पर उक्त लक्ष्य हासिल नहीं किया जा सका. अब एक बार फिर प्रशासन की ओर से टीकाकरण का लक्ष्य पूरा करने की कवायद की जा रही है. इसी उद्देश्य के तहत शुक्रवार को सभी स्कूलों के प्राचार्य और आंगनबाड़ी केन्द्रों की सेविका के साथ बैठक की गई.
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साकची रवीन्द्र भवन में आयोजित बैठक में वैक्सीनेशन कोषांग के प्रभारी सह जिला आपूर्ति पदाधिकारी राजीव रंजन ने सभी स्कूलों के प्राचार्य से अपने स्कूलों में वैसे बच्चों का प्रवेश वर्जित करने का निर्देश दिया, जिन्होंने अब तक टीका नहीं लिया है अथवा टीकाकरण का सर्टिफिकेट स्कूल में जमा नहीं किया है. इसे कड़ाई से लागू करने के लिए कहा. इससे वंचित बच्चे जल्द से जल्द टीका लेंगे.
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8 से जेएनएसी क्षेत्र में घर-घर होगा सर्वे, घर पर ही मिलेगा टीका
वैक्सीनेशन कोषांग के प्रभारी ने बताया कि शहरी क्षेत्र में जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति (जेएनएसी) अंतर्गत 11 थाना क्षेत्रों में पहले चरण में 8 फरवरी से घर-घर सर्वे किया जाएगा. इस दौरान वंचित बच्चों को घर पर ही टीका दिया जाएगा. बाद में अन्य क्षेत्रों में इसका विस्तार किया जाएगा. अगर किसी विद्यालय में नामांकित बच्चों का शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन हो चुका है तो संबंधित विद्यालय प्रबंधन इसकी रिपोर्ट जिला कोषांग को देगा. रिपोर्ट में गड़बड़ी पाये जाने पर स्कूल प्रबंधन के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी. वैसे बच्चे जिनका नामांकन किसी विद्यालय में नहीं है उनको केन्द्रित कर घर-घर सर्वे अभियान चलाया जाना है, जहां मौके पर ही वैक्सीनेशन कोषांग की टीम 15 से 18 वर्ष तक के बच्चों का टीकाकरण करेगी. सर्वे टीम में प्रोबेशनर डिप्टी कलेक्टर के साथ एएनएम, सुपरवाईजर, कंप्यूटर ऑपरेटर आदि शामिल रहेंगे. सर्वे के दौरान 18 प्लस के छुटे हुए व्यक्ति का भी टीकाकरण होगा.
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एक महीने में 1.5 लाख बच्चों को ही लग पाया टीका
पूर्वी सिंहभूम जिले में 15-18 आयु वर्ग के 166751 बच्चों के वैक्सीनेशन का लक्ष्य मिला था. उक्त श्रेणी के बच्चों का टीकाकरण 3 जनवरी से शुरू हुआ. 4 फरवरी को एक माह बीतने के बाद भी केवल 1.5 लाख बच्चों (63 प्रतिशत) को ही टीका लग पाया है. इसमें शहरी क्षेत्र के बच्चों की संख्या 91713 है. जिला आपूर्ति पदाधिकारी सह वैक्सीनेशन कोषांग के पदाधिकारी ने बताया कि उन्होंने सभी स्कूल प्रिंसिपल को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि बिना वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट की जांच किए किसी भी बच्चे की स्कूल में प्रवेश नहीं करने दें. वहीं जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति के विशेष पदाधिकारी कृष्ण कुमार ने कहा कि जिस तरह से 18 प्लस के लोग कोरोना संक्रमण के खतरे से मुक्त हुए हैं, वैसे ही अपने बच्चों को भी इस खतरे से मुक्त करने के लिए अभिभावक बच्चों को सेंटरों अथवा स्कूलों में भेजकर टीकाकरण करवाएं. बैठक में सभी प्रोबेशनरी उप समाहर्ता भी उपस्थित थे.