Ranchi: जिला परिषद प्रत्याशी विक्रम रजक की हत्या मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. घटना की साजिश टीपीसी कमांडर आक्रमण गंझू और भैरो गंझू ने रची थी. एसपी राकेश रंजन के निर्देश पर गठित टीम ने घटना में शामिल चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार अपराधियों में देवेंद्र गंझू, आदित्य गंझू, बहादुर उरांव और सुरेश उरांव शामिल है. गिरफ्तार अपराधियों के पास से हथियार और 165 राउंड जिंदा गोली समेत अन्य सामान बरामद किया गया है. झारखंड की बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें…
जिला परिषद चुनाव लड़ने की वजह से हत्या
विक्रम रजक जिला प्रशासन का सहयोग करता था और जिला परिषद का चुनाव भी लड़ा था. इस वजह से टीपीसी उग्रवादी संगठन ने उसकी हत्या करा दी. इस घटना में गिरफ्तार अपराधी देवेंद्र गंझू के खिलाफ चतरा जिला और हजारीबाग जिले के अलग-अलग थाने में 21 मामले दर्ज हैं. आदित्य गंझू के खिलाफ चतरा जिले में तीन मामले दर्ज हैं जबकि बहादुर उरांव के खिलाफ चतरा जिले में तीन मामले दर्ज हैं.
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क्या है मामला
पूर्व जिला परिषद प्रत्याशी विक्रम रजक की 15 जून की रात गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. लावालौंग सीआरपीफ कैंप के पास हत्या से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया था. घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीण लावालौंग मुख्य चौक जाम कर हत्यारे को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे. मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी राकेश रंजन के निर्देश पर पुलिस टीम का गठन किया गया था. पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए सप्ताह भर के अंदर पूरे मामले का खुलासा कर दिया.