छावनी परिषद का निर्णय अनुचित
Ramgarh: कोरोना को लेकर कई तरह की समस्याएं आ रही हैं. इसमें एक समस्या लाश के अंतिम संस्कार को लेकर भी है. मामला रामगढ़ के शिवपुरी गांव का है. बताया जाता है कि शिवपुरी गांव के लोगों ने कोरोना संक्रमितो के अंतिम संस्कार का विरोध करना शुरू कर दिया है. इसे लेकर शिवपुरी गांव के दर्जनों ग्रामीणों ने शिवपुरी शमशान घाट पहुंचकर विरोध दर्ज किया.
ग्रामीणों का कहना है कि आसपास में बस्ती, गांव, कॉलेज और स्कूल है. यहां बड़ी संख्या में लोग रहते हैं. ऐसे में संक्रमितों का शव जलाने से गांव के लोग प्रभावित होंगे. इस पर ध्यान दिया जाना चाहिए. बताया कि मुरामकला का शिवपुरी घाट गांव का घाट है. यहां कभी-कभी अंतिम संस्कार होता है. ऐसे में छावनी परिषद का यह निर्णय सही नहीं है.
दामोदर नदी के पास है मुक्तिधाम
बताया कि रामगढ़ के गांधी चौक के पास दामोदर नदी के पास मुक्तिधाम है. वहां दर्जनों संक्रमित मरीजों का अंतिम संस्कार किया गया है. बाद में शहर और थाना चौक स्थित लोगों के विरोध के बाद जगह में परिवर्तन कर मुरामकला के शिवपुरी घाट में कर दिया गया. अब यहां भी लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया है.
लोगों का कहना है की किसी भी कीमत पर कोरोना संक्रमित मृतकों का अंतिम संस्कार यहां नहीं होने देंगे. अगर अंतिम संस्कार यहां किया जाता है तो ग्रामीण सड़क पर बैठ कर विरोध करेंगे. मुखिया अर्चना महतो ने कहा कि छावनी परिषद यहां पहले से ही कचरा फेंक कर परेशान कर रहा है. अब अंतिम संस्कार कर समस्या को और बढ़ा रहा है. इसलिए अब बर्दाश्त नहीं किया जायेगा.