Hazaribag : हजारीबाग के नए समाहरणालय भवन परिसर में 2 अक्तूबर एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में जुड़ गया. डीसी नैंसी सहाय और एसपी चोथे मनोज रतन ने बापू की 153वीं जयंती के अवसर पर नवनिर्मित महात्मा गांधी की चिरपरिचित चरखा चलाती मुद्रा वाली प्रतिमा एवं गौरवशाली राष्ट्रीय प्रतीक चिह्न अशोक स्तंभ का अनावरण किया. उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी की भूमिका हम सब के लिए प्रेरणादायी है. समाहरणालय भवन परिसर में स्थापित गांधी की प्रतिमा को प्रतिदिन देखकर हम सब हमेशा गौरवान्वित महसूस करेंगे. डीसी ने कहा कि गांधी जी की प्रतिमा लगने से समाहरणालय का भी मान बढ़ गया है.
इसे भी पढ़ें–भोजपुर : 55 बालू माफियाओं के ठिकानों पर छापा, साढ़े 19 लाख कैश और कारतूस बरामद
बापू और लाल बहादुर शास्त्री को दी गई श्रद्धांजलि
डीसी ने गांधी जी के स्मारक को आत्मनिर्भरता की अविरल धारा, बापू का चरखा नाम दिया है. डीसी और एसपी ने इंद्रपुरी चौक स्थित लाल बहादुर शास्त्री एवं गांधी स्मारक स्थल पर पहुंचकर उनको याद किया तथा उनकी प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया. समाहरणालय परिसर में लगी महात्मा गांधी की प्रतिमा की ऊंचाई 15 फीट है, जबकि अशोक स्तंभ की ऊंचाई 16 फीट है. इसका निर्माण अनिल कुमार पृथ्वी और तोड़ाबल ने किया.
इसे भी पढ़ें–चंदवा : कांग्रेस ने महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की मनायी जयंती