आशीष टैगोर
Latehar : लातेहार नगर पंचायत क्षेत्र में पिछले चार दिनों से पानी की सप्लाई बंद है. पेयजल के लिए शहर में हाहाकार मचा हुआ है. लोगों को पीने से लेकर घरेलू काम तक के लिए भी पानी खरीदना पड़ रहा है. पानी के लिए लोग भटक रहे हैं, मगर शहर में पेयजल व्यवस्था बहाल कराने की दिशा में नगर पंचायत गंभीर नहीं है. शहरी जलापूर्ति योजना का संचालन कर रही कार्यकारी एजेंसी रॉक ड्रिल इंडिया एवं नगर पंचायत के पदधारियों के बीच संवादहीनता का खामियाजा यहां की जनता भुगत रही है. पिछले 4 दिनों से लोग हलकान और परेशान हैं, मगर जनता के वोट से चुनाव जीतने वाले जनप्रतिनिधि चैन की बंशी बजा रहे हैं. किसी ने कोई पहल तक नहीं की. कथित रूप से समाजसेवा का दंभ भरने वाले किसी भी राजनीति दलों ने नेताओं ने भी अब तक कोई पहल नहीं की. खामियाजा स्थानीय लोगों को भुगतना पड़ रहा है. बता दें कि 31 दिसंबर को गिजनियाटांड़ के पंपू कल में लगा ट्रांसफॉर्मर खराब हो गया था. लेकिन कंपनी के द्वारा तीन दिन बाद दो जनवरी को ट्रांसफॉर्मर बनाने वाले टेकनीशियनों को बुलाया गया. टेक्नीशियन ट्रांसफॉर्मर को दुरुस्त नहीं कर पाए, उसे रिप्लेस के लिए भेजा गया है. ट्रांसफॉर्मर आने तक लोगों की परेशानी कम होती नहीं दिख रही है.
क्या कहते हैं नगर पंचायत के अधिकारी
शहर में पेयजल आपूर्ति कब तक बहाल हो पायेगी, इस संबंध में पूछे जाने पर सिटी मैनेजर जया लक्ष्मी भगत ने कहा कि वे छुट़्टी में थीं और आज ही लौंटी हैं. पता कर बताएंगी. जबकि कनीय अभियंता संदीप बेदिया ने कहा कि खराब ट्रांसफॉर्मर यहां दुरुस्त नहीं हो पाया है. इस कारण एजेंसी के द्वारा मंगलवार को उसे रिप्लेस के लिए भेजा है. उन्होंने कहा कि नया ट्रांसफॉर्मर आने में एक सप्ताह या इससे अधिक समय लग सकता है.
क्या कहते हैं लोग
मस्जिद रोड निवासी राजू रंजन ने बताया कि विगत चार दिनों से पेयजल आपूर्ति नहीं हो रही है, इससे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि उनके घर में एक चापाकल है, लेकिन चापाकल का पानी खारा होने के कारण खाना बनाने एवं पीने में परेशानी होती है.
गायत्री नगर के विजय प्रसाद ने कहा कि सप्लाई पानी की आपूर्ति नहीं होने से घरेलू काम बाधित हो रहा है. पहली नए साल में एक दिन भी पानी नहीं मिला है. बहुत परेशानी हो रही है. विभाग को चाहिए कि खराब ट्रांसफॉर्मर को दुरूस्त करा कर पेयजल आपूर्ति कराएं.
बाइपास रोड के राज मोहन प्रसाद गुप्ता ने कहा कि चार दिन हो गये, पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है और अब पता चला कि अगले एक सप्ताह भी पानी की आपूर्ति नहीं होगी. आम आदमी की परेशानियों का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है.
विवादों में रहा है रॉक ड्रिल इंडिया
नगर पंचायत क्षेत्र में 32 करोड़ रुपये की लागत से शहरी जलापूर्ति योजना का क्रियान्नवयन नगर विकास विभाग की कार्यकारी एजेंसी जुडको के द्वारा कराया गया है. कार्य रॉक ड्रिल कंपनी के द्वारा किया गया था. इसके तहत शहर के पेयजल आपूर्ति विभाग परिसर, दुगिला व डुरूआ में एक-एक जलमीनार बनाये गये हैं और शहर के सभी 15 वार्डों में अंडरग्राउंड पाइप लाइन बिछाया गया है. एजेंसी को दो साल तक इस योजना का संचालन करना है. अभी तक नगर पंचायत को योजना हैंड ओवर नहीं की गयी है.
वार्ड पार्षदों के विरोध के बाद योजना की हुई थी जांच
नगर पंचायत के वार्ड पार्षदों ने इस योजना में व्यापक अनियमितता बरतने की शिकायत नगर पंचायत की बोर्ड की बैठक में की थी. शिकायत के बाद नगर विकास विभाग के द्वारा एक जांच कमेटी बनायी गयी थी. जांच कमेटी ने जब लातेहार में आकर जांच की तो वे भी अनियमितता देख कर हैरान हो गये. जांच के क्रम में उन्हें पाईप जमीन से कहीं छह इंच तो कहीं एक फीट नीचे ही मिल गया. इस पर टीम ने काफी नाराजगी जाहिर की थी. कार्यकारी एजेंसी को बिछाये गये पाइप लाइन के गड्डे कंक्रीट से ढकना था, लेकिन आज तक इसे नहीं किया गया. कुछ एक इलाकों में खानापूर्ति के लिए अवश्य किया गया है.
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