Ranchi: रांची में राज हॉस्पिटल्स की 30वीं वर्षगांठ मनायी गयी. इसे लेकर राज अस्पताल प्रबंधन ने एक समारोह का आयोजन किया. इस अवसर पर प्रसिद्ध डॉक्टर, टेक्नोक्रेट और अधिकारी मौजूद थे. राज हॉस्पिटल्स के अध्यक्ष जोगेश गंभीर ने अपने अनुभव साझा किये. उन्होंने कहा कि वे एक युवा इंजीनियर के रूप में 1980 के दशक के अंत में रांची में एक इमारत के निर्माण की देखरेख करने के लिए आए थे और यहीं के होकर रह गये.
जोगेश गंभीर ने कहा कि उस समय क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा की कमी थी. इसे देखते हुए उन्होंने उस इमारत को एक अस्पताल में बदलने का फैसला किया और स्थापित कर दिया. कहा कि राज हॉस्पिटल्स झारखंड में सबसे पहला निजी अस्पताल है, जहां ब्रेन एंड स्पाइन सर्जरी, क्रिटिकल केयर, डायलिसिस सेवा, मॉड्यूलर ओटी, सीटी, एमआरआई, 24/7 प्रयोगशाला, 24/7 रेडियो डायग्नोस्टिक्स, 24/7 फार्मेसी और एसीएलएस एंबुलेंस की सुविधा शुरू हुई. राज अस्पताल झारखंड का एक मात्र अस्पताल है, जहां हेलीपैड की सुविधा उपलब्ध है. कहा कि दिल्ली/एनसीआर के आर्टेमिस हेल्थकेयर के सहयोग से एक कैथ लैब और इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी सेवा भी राज अस्पताल ने उपलब्ध करवाई है.
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चिकित्सा विषयों को जोड़ने का सकल्प लिया
जोगेश गंभीर ने तीन दशक के सफर में उन सभी चिकित्सकों और चिकित्साकर्मियों को धन्यवाद दिया, जिन्होंने इस सफर में उनका साथ दिया. प्रसिद्ध न्यूरोसाइंसेज सलाहकार डॉ. प्रकाश चंद्रा और शहर के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. एके सिन्हा ने भी राज हॉस्पिटल्स के साथ अपने संबंध के बारे में बातें कीं. इस अवसर पर राज हॉस्पिटल्स के सीईओ साहिल गंभीर ने समारोह का समापन करते हुए अपने अधिकारियों द्वारा बताये गये रास्ते पर चलने, अस्पताल द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं के नेटवर्क का विस्तार जारी रखने और नए चिकित्सा विषयों और सेवाओं को जोड़ने का संकल्प लिया.
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