Wellington: कार्यवाहक मुख्य कोच वीवीएस लक्ष्मण ने गुरुवार को कहा कि भारत टी-20 विशेषज्ञों को टीम में शामिल करने पर ध्यान देगा. क्योंकि वह विश्वकप में एक और विफलता के बाद सुधार करना चाहता है. रविवार को ऑस्ट्रेलिया में अपना दूसरा टी-20 विश्व कप खिताब जीतने वाले इंग्लैंड ने निडर क्रिकेट खेलकर नए मानदंड स्थापित किए हैं. इंग्लैंड के पास 11वें नंबर तक बल्लेबाज हैं, और पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल में प्रमुख तेज गेंदबाज मार्क वुड की अनुपस्थिति में भी उनके पास सात गेंदबाजी विकल्प थे. न्यूजीलैंड के सीमित ओवरों के दौरे से पहले मीडिया से बात करते हुए लक्ष्मण ने कहा कि टी20 क्रिकेट में बहुआयामी खिलाड़ियों की जरूरत है. राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के प्रमुख ने शुक्रवार को होने वाले पहले टी-20 से पूर्व कहा, ‘‘सफेद गेंद के क्रिकेट में आपको विशेषज्ञ खिलाड़ियों की आवश्यकता होती है और भविष्य में टी-20 क्रिकेट में आप बहुत अधिक टी20 विशेषज्ञ खिलाड़ियों को देखेंगे. टी20 क्रिकेट ने वर्षों से हमें दिखाया है कि आपको बहुआयामी क्रिकेटरों की आवश्यकता है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास ऐसे गेंदबाज हैं जो बल्लेबाजी कर सकते हैं और ऐसे बल्लेबाज हैं जो गेंदबाजी कर सकते हैं.
इसे पढ़ें- जमशेदपुर : केंद्र की निजीकरण के खिलाफ मजदूर नेताओं ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर दिया धरना
बल्लेबाजी करने वाले गेंदबाजों की अधिक संख्या से टीम को गहराई मिलती है, और बल्लेबाज क्रीज पर स्वतंत्र होकर खेल सकते हैं.’’ लक्ष्मण ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह समय की जरूरत है और अधिक से अधिक टीम अपनी चयन प्रक्रिया में इसे शामिल करेंगी और बहुआयामी खिलाड़ियों की पहचान करेंगी.’’ अगला टी20 विश्व कप दो साल दूर है, लेकिन भारत न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टी-20 श्रृंखला के साथ नई शुरुआत करेगा. इसके बाद इतने ही वनडे खेले जाएंगे. नियमित कप्तान रोहित शर्मा की गैर-मौजूदगी में हार्दिक पंड्या टीम का नेतृत्व करेंगे, और उन्हें टी20 टीम के भावी कप्तान के रूप में देखा जा रहा है.
विराट कोहली और लोकेश राहुल अन्य शीर्ष क्रम के बल्लेबाज हैं जिन्हें श्रृंखला के लिए आराम दिया गया है. लक्ष्मण ने कहा, ‘‘टी20 क्रिकेट में काफी स्वतंत्रता और विचारों की स्पष्टता के साथ खेलने की जरूरत होती है. मैंने इन खिलाड़ियों के साथ जो भी समय बिताया है और उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में प्रगति करते हुए देखा है, यही उनकी ताकत है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘उस आजादी के साथ खेलना महत्वपूर्ण है, लेकिन आपको परिस्थितियों का आकलन करने और टीम की जरूरतों को पूरा करने की भी जरूरत है.’’ लक्ष्मण ने पंड्या की जमकर तारीफ की. उहोंने कहा, ‘‘आप जानते हैं कि वह शानदार नेतृत्वकर्ता है. उसने अपनी कप्तानी के पहले साल में गुजरात टाइटन्स के लिए जो किया, आईपीएल जीतना कोई छोटी उपलब्धि नहीं है और मैंने उसके साथ आयरलैंड श्रृंखला से समय बिताया है. वह न केवल रणनीति बनाने में अच्छा है बल्कि वह बहुत शांत भी है और जब आप उच्चतम स्तर पर खेलते हैं तो यह बहुत महत्वपूर्ण होता है.’’ भारत के शीर्ष क्रम को ऑस्ट्रेलिया में अपने रवैये के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा और लक्ष्मण को उम्मीद है कि शुभमन गिल और इशान किशन सीनियर खिलाड़ियों की अनुपस्थिति में निडर होकर बल्लेबाजी करेंगे.
इसे भी पढ़ें- विधायक समरी लाल के गवाह ने कहा- अंग्रेज यहां लेकर आए और बसाया, इसका प्रमाण नहीं
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास ऐसा शीर्ष क्रम है जो निडर होकर बल्लेबाजी करने की क्षमता रखता है. मेरा शीर्ष क्रम को संदेश है कि निडर होकर बल्लेबाजी करें और खुद को अभिव्यक्त करें लेकिन खेल की स्थिति के अनुसार, अपनी रणनीति भी बदलें. हां, हमारे पास राहुल, रोहित और विराट नहीं हैं लेकिन जो यहां हैं वे भी काफी अनुभवी खिलाड़ी हैं.’’ लक्ष्मण ने यह भी कहा कि श्रृंखला में युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव को अंतिम एकादश में शामिल किया जा सकता है क्योंकि भारत का लक्ष्य बीच के ओवरों में विकेट लेना है.
भारत ने 2013 से कोई बड़ा खिताब नहीं जीता है लेकिन लक्ष्मण को लगता है कि टीम के पास ऐसे युवा खिलाड़ी हैं जो उच्चतम स्तर के लिए तैयार हैं. इससे सभी प्रारूप में खेलने वाले खिलाड़ियों को व्यस्त अंतरराष्ट्रीय कार्यकम के बीच जरूरत पड़ने पर आराम देने का मौका मिलता है. लक्ष्मण ने कहा, ‘‘काफी क्रिकेट खेला जा रहा है और इसमें कोई शक नहीं है. भारत भाग्यशाली है कि उसके पास चुनने के लिए इतने सारे खिलाड़ी हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘टीम प्रबंधन और चयन समिति के सदस्यों के रूप में, हमें यह जानने के लिए सावधान रहने की जरूरत है कि कुछ खिलाड़ियों को कब ब्रेक देना है.
ब्रेक न केवल उन्हें शारीरिक रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी तरोताजा करने के लिए महत्वपूर्ण हैं.’’ व्यस्त कार्यक्रम का मतलब यह भी है कि लक्ष्मण को समय-समय पर मुख्य कोच राहुल द्रविड़ की जगह लेनी होगी लेकिन मध्यक्रम के इस बल्लेबाज को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता.