Kolkata : CBI ने गौ तस्करी के आरोप में आज TMC लीडर अनुब्रत मंडल के यहां छापा मार कर उसे गिरफ्तार कर लिया. खबरों के अनुसार मंडल को 10 बार नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन नहीं पहुंचे. CBI की टीम तीन दिनों से कोलकाता में जमी हुई थी. अनुब्रत मंडल के बोलपुर स्थित घर पर CBI रेड की खबर सुनकर वहां भीड़ जमा हो गयी. सीबीआई अधिकारी 10-12 वाहनों का काफिला लेकर पहुंचे और अनुब्रत का घर घेर लिया. जानकारी के अनुसार सीबीआई अधिकारी राजीव मिश्रा के नेतृत्व में वहां पहुंची थी. एजेंसी ने कुछ देर पूछताछ के बाद मंडल को अपनी गिरफ्त में ले लिया.
CBI arrests TMC Birbhum district chief Anubrata Mondal in connection with cattle smuggling case
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— ANI Digital (@ani_digital) August 11, 2022
WB | I found out today that Anubrata Mondal has been arrested by the CBI. It’s a sensitive matter. Only the (party) spokesman is authorised to comment. The CM has said that corruption wouldn’t be supported. That’s been proved as Partha Chatterjee has been ousted: Madan Mitra, TMC pic.twitter.com/N6wFKbcuNP
— ANI (@ANI) August 11, 2022
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सीबीआई ने 2020 में पशु तस्करी के मामले में केस दर्ज किया था
बता दें कि सीबीआई ने 2020 में पशु तस्करी के मामले में एक केस दर्ज किया था. इसमें अनुब्रत मंडल का नाम सामने आया था. सीबीआई के अनुसार 2015 से 2017 के दौरान बीएसएफ ने 20,000 पशुओं के सिर बरामद किये थे. इनकी सीमा पार तस्करी होनी थी. इसी मामले में मंडल का बॉडीगार्ड हुसैन पहले ही गिरफ्तार हो चुका है.
अनुब्रत मंडल की गिरफ्तारी को लेकर टीएमसी नेता मदन मित्रा ने कहा, मुझे आज पता चला कि अनुब्रत मंडल को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है. कहा कि यह संवेदनशील मामला है. केवल (पार्टी) प्रवक्ता टिप्पणी करने के लिए अधिकृत हैं. सीएम ने कहा है कि भ्रष्टाचार का समर्थन नहीं किया जायेगा.
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सीनियर आफिसर्स मामले की निगरानी के लिए मंगलवार से कलकत्ता में जमे हुए थे
सीबीआई के एडिशनल डायरेक्टर रैंक के सीनियर आफिसर्स मामले की निगरानी के लिए मंगलवार से कलकत्ता में जमे हुए थे. इससे पहले मंडल ने बीमार होने का हवाला देकर CBI के सामने पेश होने में असमर्थता जताई थी. वीरभूम जिले के तृणमूल अध्यक्ष ने अपने पत्र के साथ डॉक्टर की दो पर्चियां संलग्न की थीं. इसके आधार पर सीबीआई कार्यालय में पेश होने के लिए दो सप्ताह का समय मांगा था. इस मामले में एसएसकेएम अस्पताल के अधिकारी स्पष्ट कर चुके थे कि मंडल को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं है.
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सीबीआई की गिरफ्तारी से बचने सुप्रीम कोर्ट जाने की जुगत में था
सीबीआई और ईडी ने बीरभूम में 3 अगस्त को भी छापा मारा था.टीम ने नानूर के बसापारा के सतरा गांव में तृणमूल नेता करीम खान के घर की तलाशी ली थी. नानूर में ही करीम के करीबी जियारुल हक उर्फ मुक्तर के अतखुला घर की भी तलाशी ली गयी थी. साथ ही पाइकपारा में सुभाष पल्ली, सरखा पल्ली और पत्थर व्यापारी तुलु मंडल के 3 घरों पर भी सीबीआई ने छापा मारा था. अनुब्रत मंडल के करीबी सूत्रों के अनुसार, वह सीबीआई की गिरफ्तारी से बचने सुप्रीम कोर्ट जाने की जुगत में था. हालांकि CBI के एक सीनियर अधिकारी ने कहा था कि हम उसके आसपास के सभी घटनाक्रमों पर नजर रख रहे थे.
अणुव्रत मंडल को लोग केष्टो मंडल के नाम से भी जानते हैं
अणुव्रत मंडल को इलाके नें केष्टो मंडल के नाम से भी जाना जाता है. वह बीरभूम जिला तृणमूल कांग्रेस के प्रमुख है. साथ ही मंडल डब्ल्यूबीएसआरडीए के चेयरमैन भी हैं 1960 के दशक में जन्मे अणुव्रत मंडल बीरभूम में तृणमूल कांग्रेस के संस्थापक सदस्यों में शामिल हैं. खबरों के अनुसार जुलाई, 2013 में जब बंगाल में पंचायत चुनाव हुए थे, तब अणुव्रत मंडल ने तृणमूल कार्यकर्ताओं से खुलेआम कहा था कि वे पुलिस पर बम फेंकें और निर्दलीय उम्मीदवारों के घरों को जला दें.