- ट्रांस फैट के इस्तेमाल से दिल को गंभीर खतरा
- वनस्पति तेल ट्रांस फैट का सबसे बड़ा स्रोत
- केक, बिस्कुट, चिप्स, माइक्रोवेव पॉपकॉर्न, फ्रोजेन पिज्जा, फ्रेंच फ्राइस, डोनट्, फ्राइड चिकन जैसी चीजों में सबसे अधिक ट्रांस फैट
New Delhi : विश्व स्वास्थ्य संगठन ( WHO ) ने कहा है कि ट्रांस फैट का इस्तेमाल पूरी दुनिया में तेजी से बढ़ रहा है, जिसकी वजह से लोग दिल से जुड़ी जानलेवा बीमारियों की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में अगर लोगों ने अपने स्वास्थ्य का ख्याल नहीं किया, तो बेहद मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं. डब्ल्यूएचओ ने ट्रांस फैट वाले फूड आईटम्स को लेकर चेतावनी जारी की है. उसका कहना है कि दिल से जुड़ी बीमारियों की वजह से ये धीमे जहर का काम करता है. ऐसे में ट्रांस फैट से बचकर रहने की जरूरत है.
हर साल करीब 5 लाख लोगों की जान जा रही
डब्ल्यूएचओ ने अपील की है कि जिन देशों में ट्रांस फैट का इस्तेमाल हो रहा है, वो सरकारें इसे रोकने का प्रयास करें और ट्रांस फैट वाली चीजों का इस्तेमाल करना लोग भी बंद कर दें. वनस्पति तेल ट्रांस फैट का सबसे बड़ा स्रोत है, जिसका दुनिया भर में इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है. डब्ल्यूएचओ ने एक रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि ट्रांस फैट की वजह से होने वाली बीमारियों की वजह से हर साल करीब 5 लाख लोगों की जान जा रही है, जो कि बेहद चिंताजनक है.
इन चीजों में प्रमुखता से पाया जाता है ट्रांस फैट
डब्ल्यूएचओ के अलर्ट के बाद दुनिया के करीब 4 दर्जन देशों में इसे रोकने के लिए नीतियां बनाई हैं. लेकिन अब भी दुनिया की 5 अरब आबादी ट्रांस फैट का सेवन कर रही है. डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, केक, बिस्कुट, चिप्स, माइक्रोवेव पॉपकॉर्न, फ्रोजेन पिज्जा, फ्रेंच फ्राइस, डोनट्, फ्राइड चिकन जैसी चीजें शामिल हैं.
इसे भी पढ़ें – सिमडेगा, लातेहार और जामताड़ा डीसी को बुधवार को सम्मानित करेंगे राज्यपाल
Subscribe
Login
0 Comments