LagatarDesk : खुदरा महंगाई दर जहां माह-दर-माह बढ़ रहा है. दूसरी तरफ थोक महंगाई दर 11 महीने के निचले स्तर पर पहुंचा है. आंकड़ों के अनुसार, अगस्त में थोक मूल्य आधारित सूचकांक 12.41 फीसदी रही. जबकि अगस्त 2021 में यह 11.64 फीसदी रही थी. डिपार्टमेंट ऑफ प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड (DPIIT) ने इसकी जानकारी दी है. मैन्युफैक्चर्ड आइटम्स के दाम में गिरावट के कारण थोक महंगाई में कमी देखी जा रही है. यह लगातार तीसरा महीना है जब थोक महंगाई दर में गिरावट दर्ज की गयी है.
WPI (Wholesale Price Index) based inflation eases to 12.41% for August 2022, as against 13.93% in July 2022: GoI pic.twitter.com/Dt2l1shptT
— ANI (@ANI) September 14, 2022
अप्रैल में उच्चतम स्तर पर पहुंच गयी थी थोक महंगाई दर
आंकड़ों के अनुसार, अगस्त में थोक मूल्य दर 12.41 रही. जबकि जुलाई में 13.93 फीसदी और मई में 15.88 फीसदी रही थी. अप्रैल माह में थोक महंगाई दर 15.08 फीसदी, मार्च में 14.55 फीसदी, फरवरी में 13.11 फीसदी, जनवरी में 12.96 फीसदी, दिसंबर 2021 में 13.56 फीसदी और नवंबर में 14.87 फीसदी रही थी. थोक महंगाई की दर गिरावट के बावजूद लगातार 17 महीने से डबल डिजिट में बनी हुई है. इसका मतलब यह है कि मार्च 2021 के बाद से थोक महंगाई 10 फीसदी से नीचे नहीं आयी है.
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ईंधन और ऊर्जा सेग्मेंट में थोक महंगाई की दर घटी
ईंधन और ऊर्जा के क्षेत्र में महंगाई में राहत देखी जा रही है. अगस्त में इसकी महंगाई 33.67 फीसद रही. जबकि जुलाई में यह दर 43.75 परसेंट थी. मैन्युफैक्चर्ड सामान में महंगाई दर 7.51 प्रतिशत और तिलहन में (-) 13.48 प्रतिशत था. बता दें कि अगस्त महीने में साग-सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी के चलते खाद्य महंगाई दर में बढ़ोतरी हुई है. खाद्य महंगाई दर 7 फीसदी पर आ गया है. जुलाई में खुदरा महंगाई दर 6.71 फीसदी रही थी. इससे पहले जून में 7.01 फीसदी, मई, 2022 में 7.04 फीसदी तो अप्रैल में 7.79 फीसदी खुदरा महंगाई दर रही थी जो कि बीते कई महीनों का सबसे उच्चतम स्तर था.
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