Ahmedabad : गुजरात की राजधानी गांधीनगर में वैश्विक आयुष निवेश और नवाचार शिखर सम्मेलन में आज विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख डॉ टेड्रोस गेब्रेयेसस ने कहा कि मैं गुजराती हो गया हूं. पीएम मोदी ने उनका नाम तुलसी भाई रख दिया. बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने आज गांधीनगर में वैश्विक आयुष निवेश और नवाचार शिखर सम्मेलन का उद्घाटन किया. सम्मेलन सुबह 11 बजे से शुरू हुआ.
इसे भी पढ़ें : IMF ने घटाया भारत का जीडीपी ग्रोथ अनुमान, 9 नहीं, 8.2 फीसदी रहेगा ग्रोथ रेट
मैं पक्का गुजराती हो गया हूं
इस मौके पर पीएम मोदी ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख डॉ टेड्रोस गेब्रेयेसस का नाम तुलसी भाई रख दिया. खबर है कि प्रधानमंत्री मोदी जब बोलने उठे तो उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा, WHO के डायरेक्टर डॉ टेड्रोस मेरे बहुत अच्छे मित्र हैं. वह मुझे बता रहे थे कि उन्हें भारत के टीचर ने पढ़ाया है. आज डॉ टेड्रोस कह रहे थे, मैं पक्का गुजराती हो गया हूं.
मेरा कोई गुजराती नाम रख दो. इसके चलते मैं आज से अपने दोस्त का नाम तुलसी भाई रखता हूं.’ तुलसी नाम रखने के पीछे का कारण बताते हुए मोदी ने कहा, तुलसी एक ऐसा पौधा है, जो भारत की आध्यात्मिक विरासत में अहम जगह रखता है.
इसे भी पढ़ें : कांग्रेस का तीन दिवसीय चिंतन शिविर राजस्थान के उदयपुर में 13 मई से, कुछ बड़ा होने वाला है
महात्मा गांधी की भूमि पर खुद को सौभाग्यशाली मान रहा हूं
शिखर सम्मेलन में डॉ टेड्रोस के साथ मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ और भारत के आयुष मंत्री सर्वानंद सोनोवाल भी मौजूद शे. सम्मेलन में गुजराती में बोलते हुए डॉ टेड्रोस ने कहा, मैं महात्मा गांधी की भूमि पर आकर खुद को सौभाग्यशाली मान रहा हूं. जान लें कि इससे पहले पीएम मोदी ने कल जामनगर में WHO के वैश्विक परंपरागत औषधि केंद्र की आधारशिला रखी थी.
इसे भी पढ़ें : जहांगीरपुरी बुलडोजर मामला, SC के स्टे के बाद भी कार्रवाई जारी! याचिकाकर्ता फिर पहुंचे सुप्रीम कोर्ट
14 स्टार्टअप यूनिकॉर्न क्लब में शामिल हो चुके हैं : पीएम
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, यह पहली बार है जब आयुष क्षेत्र के लिए निवेश शिखर सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है. मैंने इसके बारे में उस समय सोचा था जब कोविड का प्रकोप शुरू हुआ था. इस दौरान आयुष काढ़ा और इसी तरह के अन्य उत्पादों ने लोगों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद की है.
कहा कि इस साल अब तक 14 स्टार्टअप यूनिकॉर्न क्लब में शामिल हो चुके हैं. मुझे विश्वास है कि जल्द ही आयुष के क्षेत्र में यूनिकॉर्न स्टार्ट-अप्स उभरेंगे. प्रधानमंत्री ने बताया कि 2014 में आयुष क्षेत्र 3 बिलियन अमेरिकी डॉलर का हुआ करता था, जो अब बढ़कर 18 बिलियन अमेरिकी डॉलर का हो गया है.
आयुष वीजा कैटेगरी ओर आयुष हॉलमार्क लॉन्च होगा
उन्होंने कहा- ‘यह बहुत जरूरी है कि औषधीय पौधे उगाने में लगे किसानों को बाजार से आसानी से जुड़ने की सुविधा मिले. इसके लिए सरकार आयुष ई-मार्केटप्लेस के आधुनिकीकरण और विस्तार पर भी काम कर रही है.’ प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम एक विशेष आयुष चिह्न बनाने जा रहे हैं. यह चिह्न भारत में बने उच्चतम गुणवत्ता वाले आयुष उत्पादों पर लागू होगा और उन्हें प्रमाणिकता देगा. PM मोदी ने यह भी घोषणा की कि पारंपरिक उपचार के लिए भारत आने वालों के लिए जल्द ही वीजा की आयुष श्रेणी शुरू करेगा.
सम्मेलन में उद्योग प्रमुख, शिक्षाविद शामिल
इस तीन-दिवसीय सम्मेलन का उद्देश्य देश के प्रमुख नीति निर्माताओं, कारोबारियों, निवेशकों और स्टार्टअप्स को एक मंच पर साथ लाना है. सम्मेलन में उद्योग प्रमुखों, शिक्षाविदों और क्षेत्र के जानकार शामिल होंगे और परंपरागत चिकित्सा व्यववस्था को बढ़ावा देने के तरीकों पर विचार करेंगे.इसमें रिपब्लिक ऑफ कांगो, लेसोथो, माली, मैक्सिको, रवांडा, टोगो, मंगोलिया, बांग्लादेश, चिली, क्यूबा, गाम्बिया, जमैका, थाईलैंड, किर्गिस्तान, जिम्बाब्वे, कोस्टा रिका जैसे देशों के स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधि शामिल होंगे.