Ranjeet Singh
Dhanbad : धनबाद के बाद ‘यमराज’ झरिया में भी तांडव करने लगे हैं. धनबाद की तरह झरिया में भी यमराज रूपी सांड के तांडव में दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं. झरिया में तो एक की जान जा चुकी है. नगर निगम, डीसी से लोग गुहार लगा चुके पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. नगर निगम के आयुक्त तो साफ कह देते हैं कि सांड पकड़ना उनका काम नहीं है.
यह भी पढ़ें : धनबाद की सड़क पर ‘यमराज’ आया, अब तक बारह ——-
यह भी पढ़ें : सांड के हमले में भले आपकी जान चली जाए, यह नगर निगम का विषय नहीं है
जोड़ापोखर के शंकर को सांड ने मार डाला
झरिया के जोड़ापोखर के शंकर रजक की सांड जान ले चुका है. शंकर 3 मई की सुबह ‘मॉर्निंग वॉक’ के लिए निकले थे, सांड ने अचानक हमला कर दिया. हमले से शंकर चीखने लगा. चीख सुन शंकर के परिजन पहुंचे और किसी तरह बचाया. तब तक शंकर बुरी तरह घायल हो चुका था. उसे पास के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन, डॉक्टरों ने रिम्स रेफर कर दिया, जहां इलाज के दौरान 18 मई को शंकर की मौत हो गईं. मृतक के भाई कृष्णा ने लगातार से कहा कि सांड के हमले से भाई की मौत हुई. सांड दर्जनों लोगों को शिकार बना चुका है. क्षेत्र में सांड से दहशत है. जोड़ापोखर के ही ब्रह्मदेव चौधरी, फूलचंद मंडल, कृष्णा कुमार आदि सांड के हमले से बाल-बाल बचे हैं.
यह भी पढ़ें : धनबाद के ‘यमराज’ की शिकायत अब डीसी से
मुकुंद को 14 तो मंदोदरी देवी को 7 टांके
धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर मुकुंद तिवारी, टेकू महतो और मंदोदरी देवी ने लगातार से कहा कि सांड का तांडव इतना बढ़ गया है कि लोग दुकान और मंदिर जाने से भी घबरा रहे हैं. उन्होंने कहा कि भगवान का शुक्र है कि वे सांड के हमले के बाद भी जिंदा हैं. सबने कहा कि हमले का दृश्य याद कर रोंगटे खड़े हो जाते हैं. सांड ने सुबह-सुबह हमला किया था. स्थानीय लोग लाठी-डंडा लेकर दौड़े. इस कारण जान बच गई. मुकुंद तिवारी ने कहा कि 3 मई को सांड के हमले के बाद उन्हें 14 टांका लगा है. इलाज जारी है. मंदोदरी देवी ने कहा कि उनके पेट में चोट लगी है, जिसमें 7 टांके लगे थे. टिंकू महतो ने कहा कि 26 मई को सांड के हमले से उनका पैर बुरी तरह जख्मी हो चुका है. वे सरकारी अस्पताल में इलाज करा रहे हैं.
यह भी पढ़ें : ‘यमराज’ के हमलों से घायल हो रहे लोग, प्रशासन बना अनजान