- संसद में सांसद संजय सेठ के उठाये सवाल के जवाब में सरकार ने दी जानकारी
Ranchi : प्रधानमंत्री स्वरोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत रांची में बीते एक दशक में 2141 प्रोजेक्ट पर काम हुए हैं. जिसमें 4697 लाख रुपये खर्च हुए. इन परियोजनाओं के माध्यम से 17128 लोगों को स्वरोजगार दिया गया है. संसद में रांची सांसद संजय सेठ के पूछे गये सवाल के जवाब में सरकार की ओर से यह जानकारी दी गई. संजय सेठ ने यह जानना चाहा था कि रांची लोकसभा क्षेत्र सहित पूरे झारखंड में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय के द्वारा कितनी पर योजनाओं का संचालन किया गया है. कितने लोगों को इसका लाभ मिला है और इसे प्रोत्साहित करने के लिए सरकार के द्वारा क्या कदम उठाये जा रहे हैं.
2022 तक झारखंड में 21287 प्रोजेक्ट का संचालन हुआ
केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री नारायण राने ने बताया कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत जनवरी 2022 तक झारखंड के आकांक्षी जिलों सहित सभी जिलों में 21287 प्रोजेक्ट का संचालन किया गया. जिसमें लगभग 410 करोड रुपये खर्च हुए. इसके अतिरिक्त बीते 3 सालों में 380 को कुंभकारों को प्रशिक्षण दिया गया. 260 मधुमक्खी पालकों को प्रशिक्षण दिया गया. मोची मिशन के तहत जूते चप्पल बनाने के लिए झारखंड के विभिन्न आकांक्षी जिलों में 70 लोगों को प्रशिक्षित किया गया.
प्रशिक्षण देकर हजारों लोगों को दिया गया स्वरोजगार
2020-21 में इमली प्रसंस्करण को लेकर झारखंड के आकांक्षी जिलों के 250 लोगों को प्रशिक्षण देकर, उन्हें इसके लिए तैयार किया गया. सरायकेला-खरसावां जिले में 2021-22 में अगरबत्ती बनाने और उसके प्रशिक्षण को लेकर 50 लोगों को जोड़ा गया. 2021-22 में खराब पड़ी लकड़ियों से क्राफ्ट बनाने का प्रशिक्षण देवघर में दिया गया और इससे जुड़े 50 लोगों को लाभ मिला. स्फूर्ति योजना के तहत खादी सिल्क कलस्टर, गोड्डा व गुमला में मल्टी प्रोडक्ट क्लस्टर खोला गया है. इन दोनों स्थानों को मिलाकर कुल 825 लोग प्रशिक्षित हुए हैं. खादी संस्थानों के माध्यम से 3376 निबंधित आर्टिजंस को लाभ दिया गया. इसके अतिरिक्त 906 ऐसे ग्रामीण व नागरिकों को प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार के लिए तैयार करने का काम किया गया है. वहीं पीतल तांबा कलस्टर हजारीबाग में 832 लोगों को प्रशिक्षण देने का प्रस्ताव अभी लंबित है.
इसे भी पढ़ें – JAS : पांचवें बैच के प्रशिक्षणरत 26 अधिकारियों की पोस्टिंग की अधिसूचना जारी, अंजली मेहता बनी बुंडू की कार्यपालक दंडाधिकारी