Ranjit Kumar
Medininagar (Palamu) : विद्या की देवी मां सरस्वती पूजा को लेकर शुक्रवार को शहर के पूजा प्रतिष्ठानों में विशेष गहमागहमी रही. मां सरस्वती की पूजा अराधना को लेकर लोगों ने पूजन सामग्री की खरीदारी की. इसमें ज्यादा संख्या छात्र-छात्राओं की देखी गयी. हालांकि करोना कॉल को लेकर इस बार सरस्वती पूजा में बड़े पंडालों की संख्या नगण्य है, फिर भी घरों में सरस्वती पूजा हो रही है. बताते चलें कि करोना के कारण शिक्षण संस्थानों में इस वर्ष बहुत कम ही स्थानों में मूर्तियां स्थापित की जायेगी.
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कोरोना के कारण मूर्तिकार प्रभावित
यदि हम करोना कॉल से पहले की तुलना करें तो इस बार सरस्वती पूजा सीमित संख्या में हो रही है. स्कूल,कॉलेज, कोचिंग संस्थान में इस बार सरस्वती पूजा काफी कम हो रही है.कोरोना काल का असर मूर्तिकारों पर ज्यादा पड़ा है. मूर्तिकार की कमाई जहां आधी हुई है. वहीं उनके समक्ष कहीं कहीं भुखमरी की भी समस्या उत्पन्न हो गयी है. अब वे रोजगार को लेकर अन्य कार्य करने में जुट गए हैं.
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मूर्तियों की मांग में गिरावट
बताते चलें तो पलामू में सरस्वती पूजा के मूर्तिकारों द्वारा बनाई जाने वाली प्रतिमा की मांग में 75 फीसदी की गिरावट आयी है. मिट्टी है, बनाने की कला भी है, पर आर्डर नहीं हैं. शहर के सबसे चर्चित मूर्तिकार स्वर्गीय हरिहर प्रजापति के पुत्र श्याम प्रजापति एवं राजकुमार प्रजापति ने बताया कि करोना काल से पहले हम सभी मूर्तिकरों द्वारा बनाई मूर्ति की डिमांड कम पड़ जाती थी. इसकी तैयारी के लिए हमें दो माह पूर्व से ही मूर्ति निर्माण कार्य में लग जाना पड़ता था. काफी उत्साह से आकर्षक रूप में मूर्तियों की तैयारी करते थे. सरस्वती पूजा के एक माह पूर्व से आर्डर मिलने शुरू हो जाते थे. लेकिन इस बार सरस्वती पूजा को लेकर लोगों में उत्साह काफी कम है.