Chulbul
Ranchi: रांची जिले में फिर से वृद्धापेंशन लंबित हो गयी है. पिछले चार महीनों से वेतन लटका हुआ है. इससे जिले के 61,155 वृद्ध प्रभावित है. इन वृद्धाओं को इंदिरा गांधी नेशनल ओल्ड एज पेंशन स्कीम के तहत पेंशन दी जाती है, पर जून के बाद से केंद्र सरकार द्वारा पेंशन के लिए विभाग को भुगतान ही नहीं किया गया है. प्रभावित वृद्ध हर दिन जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग का चक्कर लगा रहे हैं, पर निराशा हाथ लग रही है. उनका कहना है कि इस उम्र में पेंशन ही उनके लिए एक बहुत बड़ा सहारा है. अपनी छोटी-छोटी जरुरतों के लिए वे इससे आत्मनिर्भर रहते हैं. दवाई और डॉक्टर की फीस के साथ ही कुछ खाने-पीने में भी बड़ी मदद मिलती है. पर पेंशन नहीं मिलने के कारण उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कुछ पड़ोसियों के सहारे तो कुछ जैसे-तैसे जी रहे हैं.
खाने के भी पैसे नहीं, पड़ोस वाले खिला रहे खाना : आनंद पाल साव
70 साल से ज्यादा उम्र के चुटिया निवासी आनंद पाल साव को भी पेंशन नहीं मिली है. वे पैदल ही दो-तीन बार जिला प्रशासन के सामाजिक सुरक्षा कोषांग का चक्कर लगा चुके हैं. 40 रुपये ऑटो किराया काफी महंगा है. पिछले चार महीनों से पेंशन नहीं मिलने से वे काफी परेशान हैं. उन्होंने बताया कि उनके पास खाने-पीने तक के पैसे नहीं हैं. पड़ोस में एक पंजाबी परिवार रहता है, जो उन्हें दो वक्त का खाना खिला देता है.
बेटी के सहारे चल रहा अकेली सुशीला का घर
चूना भठ्ठा की रहने वाली सुशीला देवा चार महीनों में कई बार विभाग का चक्कर लगा चुकी हैं. उन्होंने कहा कि जब भी जानकारी लेने आते हैं, कभी 16 को, कभी 20 तारीख को बुलाया जाता है. पर अभी तक पैसा नहीं आया है. मैं लगातार बीमार रह रही हूं. अकेले रेंट के रूम में रहती हूं. लॉकडाउन से पहले एक निजी कार्यालय में काम करती थी. पर कोविड काल में वह बंद हो गया. अब कमाई का कोई जरिया नहीं बचा है. बेटी अपने परिवार से छुप-छुपा कर थोड़ी-बहुत मदद कर देती है. विभाग ने नवंबर तक पैसा आने की बात कही है. पर गुजारा करना काफी मुश्किल हो गया है.
एक सप्ताह में आवंटन प्राप्त होनी की उम्मीद है : जिला सहायक निदेशक
पिछले चार महीने से पेंशन भुगतान नहीं होने का कारण पूछने पर सामाजिक सुरक्षा कोषांग के सहायक निदेशक शत्रुंजय कुमार ने बताया कि जिले के लगभग 60,000 वृद्ध को केंद्र सरकार की इंदिरा गांधी राष्ट्रीय पेंशन योजना स्कीम के तहत पेंशन दी जाती है. जून के बाद केंद्र द्वारा आवंटित राशि खत्म हो चुकी थी. इस कारण पेंशन भुगतान नहीं हो रहा था. विभाग को इसके बारे में सूचित कर दिया गया है. उम्मीद है कि एक सप्ताह में विभाग आवंटन दे दे. उनके बाद लाभुकों को पेंशन दे दी जाएगी.
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क्या है इंदिरा गांधी राष्ट्रीय पेंशन योजना
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय पेंशन योजना एक कल्याणकारी योजना है. इसके तहत समाज के वृद्ध, विधवा और विकलांगों को आर्थिक सहायता दी जाती है. यह योजना सभी राज्यों की कल्याणकारी योजनाओं के सहयोग से पूरे देश में संचालित है. इस योजना के जरिए वरिष्ठ सदस्यों को उनकी जरूरतें पूरी करने के लिए सरकार 1000 रुपये प्रदान करती है.
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धापेंशन योजना वर्ष 1995 में में शुरू की गयी थी. इसे फिलहाल (राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम (एनएसएपी) के नाम से जाना जाता है. एनएसएपी के अंतर्गत इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धापेंशन योजना, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विकलांगता पेंशन योजना, राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना और अन्नपूर्णा योजना शामिल हैं.