Jamshedpur : केन्द्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते से शहर के उद्यमियों ने एमएसएमई सेक्टर की स्टील आधारित उद्योगों को बचाने की मांग की. मंत्री को बताया गया कि स्टील सेक्टर की कंपनियों को समय पर रॉ मेटेरियल नहीं मिल पा रहा है. साथ ही बिजली की भी समस्या है. जिसके कारण एमएसएमई सेक्टर की स्टील आधारित उद्योग बंद होने के कगार पर हैं. शुक्रवार की शाम बिष्टुपुर स्थित चैंबर भवन में केंद्रीय मंत्री का सम्मान समारोह आयोजित किया गया.
फग्गन सिंह कुलस्ते ने चैंबर की मांगों पर दिया सकारात्मक आश्वासन
सिंहभूम चैम्बर ऑफ कामर्स के अध्यक्ष अशोक अग्रवाल ने बताया कि केन्द्रीय मंत्री को बताया गया कि आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र एशिया का सबसे बड़ा एमएसएमई सेक्टर है. यहां स्टील आधारित कई उद्योग हैं. जिन्हें बचाने की जरूरत है. मंत्री को बताया गया कि इन उद्योगों को रॉ मेटेरियल के साथ ही बिजली की भी समस्या से जुझना पड़ता है. झारखंड बिजली वितरण निगम की सप्लाई बेहतर नहीं है. वहीं जुस्को का वितरण कुछ ही क्षेत्रों में है. मंत्री से इस औद्योगिक क्षेत्र में डीवीसी की आपूर्ति सुनिश्चित कराने की मांग की गई. इसके अलावे मंत्री को बताया गया कि इस औद्योगिक क्षेत्र में टाटा स्टील की कई अनुषंगी इकाईयां है. लेकिन सरकार के प्रभुत्व वाली स्टील ऑथोरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड की कोई अनुषंगी इकाई नहीं है. साथ ही सेल का इस औद्योगिक क्षेत्र में डिपो या आउटलेट नहीं होने से कारोबारियों को दिक्कत होती है. केन्द्रीय मंत्री ने व्यापारियों की मांगों पर सकारात्मक निर्णय लेने का आश्वासन दिया. मंत्री ने चैम्बर के प्रतिनिधियों से अपनी मांगों से मंत्रालय को अवगत कराने के लिए कहा. जिसपर पीएमओ एवं अन्य मंत्रालयों से समन्वय स्थापित कर निर्णय लिया जा सके. इससे पहले चैम्बर भवन में मंत्री का सभी पदाधिकारियों ने गर्मजोशी से स्वागत किया. इस दौरान चैम्बर के सभी पदाधिकारी, आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र के स्टील आधारित उद्योगों के संचालक मौजूद थे.