ऋत्विक कंपनी के प्रोजेक्ट को-ऑर्डिनेटर की हत्याकांड में दो शूटर गिरफ्तार, तीन अन्य की गिरफ्तारी के लिए चलाया जा रहा ऑपरेशन
ऋत्विक कंपनी की कार्यशैली पर उठे सवाल पुलिस को नहीं दी गई सही जानकारी
Hazaribagh : ऋत्विक कंपनी के प्रोजेक्ट को-ऑर्डिनेटर शरद कुमार हत्याकांड में नया खुलासा हुआ है. एसपी मनोज रतन चोथे ने प्रेस को बताया कि अपराधियों ने घटना को अंजाम देने के लिए 4 और 6 मई को घटनास्थल, कार्यालय और पदाधिकारी एवं कर्मियों के आने जाने की रेकी की थी. 7 मई को ही घटना को अंजाम देने के लिए अपराधियों ने फायरिंग भी की थी. उस दिन शरद कुमार अपने बुलेट प्रूफ गाड़ी में सवार थे. लेकिन पिस्टल में ही गोली फंस गई और शरद कुमार आगे निकल गए. 9 मई को फिर से योजना बनाकर घटना को अंजाम दिया गया.
एनटीपीसी की आउटसोर्सिंग कंपनी ऋत्विक के प्रोजेक्ट को-ऑर्डिनेटर शरद कुमार हत्याकांड मामले में हजारीबाग पुलिस ने दो शूटरों को गिरफ्तार किया है. वहीं इस मामले में संलिप्त अन्य अपराधियों की जानकारी भी साझा की है. हजारीबाग एसपी मनोज रतन चोथे ने बताया कि आरोपी मोहम्मद जहीर अंसारी उर्फ टैक्सी और जयमंगल मिश्रा को गिरफ्तार किया गया है. उनके पास से दो स्मार्टफोन और घटना में उपयोग की गई बाइक जब्त की गई है.
पतरातू के हैं सभी आरोपी
एसपी ने बताया कि अमन साहू और मयंक सिंह के निर्देश पर उनके गैंग के गुर्गे चंदन साहू, जय मंगल मिश्रा, मोहम्मद जाहिद अंसारी उर्फ टैक्सी, अमन साव, फिरोज अंसारी उर्फ छोटका, वारिस अंसारी उर्फ मूसा ने मिलकर घटना को अंजाम दिया. सभी आरोपी पतरातू रामगढ़ के रहने वाले हैं.
इस मामले को लेकर दो आरोपी मोहम्मद जहीर अंसारी और जय मंगल मिश्रा को गिरफ्तार किया गया है. वहीं अन्य की गिरफ्तारी के लिए ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
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पतरातू में रणनीति बनाकर दिया घटना को अंजाम
घटना को अंजाम देने के पहले सभी अपराधी सकूल गांव पतरातू में एक जगह जमा होकर योजना को अंतिम रूप दिया था. उसके बाद चंदन साहू अन्य अपराधियों के साथ घटनास्थल के लिए दो बाइक से निकला और दिन के 10:30 बजे घटनास्थल पर पहुंच गया. चंदन साहू अपने अन्य साथी, जय मंगल मिश्रा के साथ जानकारी देता रहा. दोपहर 12:00 बजे जब शूटर को चंदन साहू और जंगल मिश्रा ने सूचना दी कि शरद कुमार की गाड़ी पहुंचने वाली है, ऐसे में वारिस उर्फ मूसा और फिरोज उर्फ छोटका हथियार के साथ घटनास्थल पर खड़े होकर गाड़ी का इंतजार करने लगे. वहीं अमन साव और जाहिर उर्फ टैक्सी दोनों बाइक को स्टार्ट कर के घटना के बाद भागने के लिए तैयार रहे. जैसे ही शरद कुमार की गाड़ी पहुंची, फिरोज उर्फ छोटका तथा वारिस उर्फ मूसा ने शरद बाबू पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. इससे उनकी मौत हो गई. वहीं उनका बॉडीगार्ड गंभीर रूप से घायल हो गया.
अपराधियों ने कई बार दी थी धमकी
इस पूरे घटना में ऋत्विक कंपनी की कार्यशैली पर सवालिया निशान भी खड़ा किया जा रहा है. कंपनी ने पीएलएफआई और टीपीसी के खिलाफ कंप्लेन किया था, इस पर एफआईआर दर्ज किया गया. लेकिन अमन साहू, अमन श्रीवास्तव, भोला पांडे गिरोह या किसी अन्य पर शिकायत दर्ज नहीं कराई. जबकि अपराधियों ने कई बार इन लोगों को धमकी दी थी. ऐसे में ऋत्विक कंपनी के कई पदाधिकारी भी संदेह के घेरे में है. ऋत्विक कंपनी के एजीएम भास्कर सिंह पर भी पुलिस जांच कर रही है. हजारीबाग एसपी ने यह भी कहा कि अमन साहू से चतरा पुलिस पूछताछ कर रही है. उससे भी इस मामले में पूछताछ की गई है और कई महत्वपूर्ण इनपुट मिले हैं. उस पर भी कार्रवाई की जा रही है. चंदन साहू ने घटना को अंजाम देने के बाद सभी गुर्गों को 10 हजार रुपए दिए थे. यह पूरा मामला लेवी से ही जुड़ा हुआ है.
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