New Delhi : लोकसभा में आज मंगलवार दोपहर 12 बजे मणिपुर हिंसा पर केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने की. कहा कि प्रधानमंत्री मोदी मणिपुर क्यों नहीं गये. याद दिलाया कि राहुल वहां गये. INDIA अलायंस के सांसद गये. यह भी कहा कि गृहमंत्री भी गये. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
#WATCH | Congress MP Gaurav Gogoi says, “PM took a ‘maun vrat’ to not speak in the Parliament. So, we had to bring the No Confidence Motion to break his silence. We have three questions for him – 1) Why did he not visit Manipur to date? 2) Why did it take almost 80 days to… pic.twitter.com/rfAVe77sNY
— ANI (@ANI) August 8, 2023
पीएम को मणिपुर पर बोलने में 80 दिन क्यों लगे?
गौरव गोगोई ने इस क्रम में पूछा कि पीएम को मणिपुर पर बोलने में 80 दिन क्यों लगे?. वह सिर्फ 30 सेकंड बोले. आरोप लगाया कि आज तक संवेदना का कोई शब्द (मोदी) नहीं बोले. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री होने के नाते उनके शब्दों का जो महत्व है, वैसा महत्व किसी भी मंत्री के शब्दों का नहीं हो सकता है. गोगोई ने कहा कि प्रधानमंत्री को अपनी छवि से लगाव है. उन्हें मणिपुर की ड्रग्स की समस्या या दूसरी समस्याओं से मतलब नहीं है.
पीएम मोदी के मौन रहने का दूसरा कारण है
गोगोई दावा किया कि पीएम मोदी के मौन रहने का दूसरा कारण है. कारण यह कि गृह विभाग और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार विफल हो गये रहे हैं. गोगोई ने कहा कि पांच हजार से ज्यादा हथियार लोगों के हाथों में हैं. भीड़ थाने में घुसकर हथियार, जिसमें इंसास, एके-47 के साथ ही 6 लाख गोलियां शामिल हैं,लूट कर ले गयी है. पूछा कि क्या यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा नहीं है? चिंता जताई कि ये गोलियां मणिपुर की पुलिस और निहत्थे लोगों पर चलाई जायेंगी.
मणिपुर में डबल इंजन सरकार
विफल हो गयी है
गोगोई ने कहा कि प्रधानमंत्री को यह स्वीकार करना होगा कि उनकी डबल इंजन सरकार, मणिपुर में विफल हो गयी है. इसीलिए, मणिपुर में 150 लोगों की मौत हो गयी. , लगभग 5000 घर जला दिये गये., लगभग 60,000 लोग राहत शिविरों में हैं. राज्य के CM, जिन्हें बातचीत का, शांति और सद्भाव का माहौल बनाना चाहिए था, उन्होंने पिछले 2-3 दिनों में भड़काऊ कदम उठाये हैं जिससे समाज में तनाव पैदा हो गया हैय
मणिपुर सीएम को क्या विशेष आशीर्वाद मिला हुआ है
गौरव गोगोई ने कहा कि मणिपुर के CM को बर्खास्त क्यों नहीं किया गया. गुजरात का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां जब राजनीति करनी थी तो दो बार सीएम बदल दिये गये.. उत्तराखंड में 3 बार CM बदले गये. त्रिपुरा में भी बदला. तंज कसा कि मणिपुर के सीएम को क्या विशेष आशीर्वाद मिला हुआ है. वे खुद स्वीकार कर रहे हैं कि यह इंटेलीजेंस फेलियर है.
गौरव गोगोई ने कहा कि मणिपुर के युवा, वहां की बेटियां, किसान, छात्र आज इंसाफ मांग रहे है. मार्टिन लूथर किंग को उद्धृत किया कि कहीं भी नाइंसाफी हो तो वो(नाइंसाफी) हर जगह इंसाफ के लिए खतरा बन सकता है.
पीएम ने मौन व्रत ले लिया है, वे लोकसभा में नहीं बोलेंगे
गौरव गोगोई ने चेताया कि पीएम यह ना समझें कि उत्तर-पूर्व में हो रहा है. यह भारत में हो रहा है. अगर मणिपुर में आग लगी, वो विभाजित हुआ तो भारत में आग लगी, भारत विभाजित हुआ मानिए. कहाकि देश के मुखिया होने के नाते पीएम को सदन में आकर अपनी बात रखनी चाहिए.. सभी पार्टियां मिल कर संदेश दें कि मणिपुर पर हम सभी साथ हैं. अफसोस जताते हुए कहा कि पीएम ने मौन व्रत ले लिया है. वे लोकसभा में नहीं बोलेंगे, ना ही राज्यसभा में बोलेंगे. गौरव गोगोई ने कहा कि हम मजबूरी में अविश्वास प्रस्ताव लाये हैं. .
गौरव गोगोई ने दिया था अविश्वास प्रस्ताव नोटिस
जान लें कि विपक्षी गठबंधन INDIA की ओर से कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने 26 जुलाई को मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया था. लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने इसे स्वीकार करते हुए बहस के लिए 8 अगस्त की तिथि तय की थी.