Simdega: कार्तिक शुक्ल पक्ष द्वितीया तिथि के अवसर पर बुधवार को शहर के प्रिंस चौक में चित्रगुप्त महापरिवार ने विधि विधान पूर्वक भगवान चित्रगुप्त की पूजा अर्चना की. पूजन करते हुए पुरोहित ने कहा कि भगवान चित्रगुप्त धर्मराज के दरबार में प्राणियों के धर्म और अधर्म का हिसाब रखते हैं. उन्होंने राजा सौदास की कथा सुनाते हुए कहा कि भगवान चित्रगुप्त का पूजन करने से ही वह पाप मुक्त हुआ और वह स्वर्ग में गया. यह भी बताया गया कि महाभारत काल में भीष्म पितामह ने भी भगवान चित्रगुप्त की पूजा की थी और उनसे इच्छा मृत्यु का वरदान प्राप्त किया था. पूजा के अवसर पर प्रिंस चौक में विचार गोष्ठी का भी आयोजन हुआ. विचार गोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि कायस्थ समाज का गौरवशाली इतिहास रहा है. स्वामी विवेकानंद, सुभाष चंद्र बोस, डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद, लाल बहादुर शास्त्री सहित अनेक विभूतियां ने देशहित में उल्लेखनीय कार्य किया है. कहा गया कि वर्तमान में समाज के समक्ष कई चुनौतियां हैं, एकजुटता के साथ और समाज में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को जोड़कर सामूहिक रूप से आगे बढ़ने की जरूरत है. इस अवसर पर भगवान चित्रगुप्त के मंदिर निर्माण पर भी विचार हुआ.
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कायस्थ समाज मानव कल्याण के लिए करता है काम : अमित कुमार
आयोजन समिति के पदधारी अमित कुमार ने कहा कि कायस्थ समाज हमेशा से मानव कल्याण और देशहित में कार्य करता रहा है. उन्होंने कहा कि भगवान चित्रगुप्त सभी प्राणियों के कर्मों के समीक्षक हैं. पूजा आयोजन में अध्यक्ष मोहन सक्सेना, अरुण कुमार सिन्हा, अजयेंद्र कुमार ,विजय कुमार बख्शी, अनुज बक्शी, सुकेश रंजन, राकेश रंजन, रोहित कुमार प्रसाद, महेश प्रसाद सहित काफी संख्या में परिवार के सदस्य उपस्थित थे.
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