NewDelhi : अग्निपथ योजना को लेकर आज रक्षामंत्री राजनाथ सिंह द्वारा सेना के शीर्ष अधिकारियों की बैठक बुलाये जाने की सूचना है. बैठक सुबह 11:30 बजे हुई, बैठक में अग्निपथ योजना को लेकर चर्चा की गयी. बैठक के बाद रक्षा मंत्रालय की ओर से किये गये ट्वीट में कहा गया है कि, मंत्रालय की भर्तियों में अग्निवीरों के लिए 10 फीसदी आरक्षण के प्रस्ताव को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंजूरी दे दी है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की ओर से मंजूरी मिलने के बाद अब जरूरी संशोधन किये जायेंगे. इसके बाद ये फैसला लागू हो जायेगा.
बता दें कि केंद्र की इस नयी सेना भर्ती योजना अग्निपथ के खिलाफ उत्तर भारत में पिछले तीन दिन से हिंसक प्रदर्शन जारी हैं. इस योजना के खिलाफ बिहार, यूपी, हरियाणा, हिमाचल, उत्तराखंड, राजस्थान समेत 13 राज्यों में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं. छात्रों का विरोध देखते हुए विपक्षी दलों के साथ-साथ भाजपा नेता और उसके सहयोगी दल इस योजना पर फिर से विचार करने का आग्रह कर रहे हैं.
एक नयी खबर यह भी है कि गृह मंत्रालय ने केंद्रीय आर्म्ड पुलिस फोर्स (CAPF) और असम राइफल्स की भर्ती में अग्निवीरों को 10 फीसदी आरक्षण देने का ऐलान किया है, साथ ही गृह मंत्रालय ने अग्निवीर के रूप में सेवा पूरी करने वालों के लिए अधिकतम उम्र की सीमा में भी छूट की घोषणा की है. गृह मंत्रालय के अनुसार अग्निवीरों को अधिकतम आयु सीमा में तीन साल की छूट दी मिलेगी. अग्निपथ योजना के तहत भर्ती अग्निवीरों के पहले बैच के लिए अधिकतम आयु की सीमा में पांच साल की छूट दी गयी है, अग्निवीरों को लेकर गृह मंत्रालय की ओर से ये ऐलान ऐसे समय में किया गया है, जब इसके खिलाफ देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं. अग्निपथ योजना के तहत चार साल के लिए अग्निवीरों की भर्ती होनी है. इनमें से 25 फीसदी अग्निवीरों को सेना के स्थायी काडर में भर्ती किया जायेगा.
MHA decides to reserve 10% vacancies for recruitment in CAPFs & Assam Rifles for Agniveers, 3 yrs age relaxation beyond upper age limit to Agniveers for recruitment in the two forces. For the 1st batch of Agniveer, age relaxation will be for 5 yrs beyond upper age limit: HMO pic.twitter.com/2VJpCxkFnk
— ANI (@ANI) June 18, 2022
Raksha Mantri Shri @rajnathsingh has approved a proposal to reserve 10% of the job vacancies in Ministry of Defence for ‘Agniveers’ meeting requisite eligibility criteria.
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) June 18, 2022
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कैप्टन अमरिंदर सिंह का अग्निपथ योजना पर पुनर्विचार करने का सुझाव
खबरों के अनुसार पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अग्निपथ योजना पर पुनर्विचार करने का सुझाव दिया. उनके अनुसार यह लंबे समय से मौजूद रेजिमेंट के विशिष्ट लोकाचार को कमजोर करेगा. वे कहते हैं कि सरकार को भर्ती नीति में इस तरह के मौलिक बदलाव करने की आवश्यकता क्यों पड़ी, जबकि इतने सालों से देश के लिए बेहतर तरीके से काम कर रही है.
बिहार के ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव ने भी केंद्र सरकार से इस योजना पर पुनर्विचार करने की अपील की है. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह, संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा कहते हैंम कि केंद्र को छात्रों से बात करनी चाहिए, ताकि मामले को शांत किया जा सके.
सैन्य विशेषज्ञ भी कर रहे हैं योजना का विरोध
सैन्य विशेषज्ञ पीके सहगल ने सरकार की इस योजना को बहुत खराब माना है. कहा कि 46 हजार लोगों को एक साथ भर्ती करने की योजना सरकार ने अग्निपथ स्कीम के तहत तैयार की है. इसके तहत युवा सेना को ज्वाइन करेंगे लेकिन चार साल बाद उन्हें निराशा हाथ लग सकती है. कहा कि एक बेहतर जवान को आर्मी में तैयार होने में 7-8 साल लग जाते हैं. ऐसे में जो अग्निवीर हैं जिनको 6 महीने की सिर्फ ट्रेनिंग मिलेगी. पीके सहगल ने कहा कि चार साल बार रोजगार ने मिलने की स्थिति में इन अग्निवीरों को आसानी से रेडिकलाइज किया जा सकता है.
देश की सुरक्षा को खतरा हो सकता है
अगर सीमा पर इन अग्निवीरों को लगाया जाता है तो उससे नुकसान होगा. यह रॉ सोल्जर साबित होंगे इस क्रम में लेफ्टिनेंट जनरल शंकर प्रसाद ने कहा कि सरकार की इस योजना से देश की सुरक्षा को खतरा हो सकता है. हम युद्ध के लिए सेना तैयार करते हैं जिससे युद्ध जीत सके. युद्ध में हम रनर अप नहीं बन सकते हमें विनर बनना पड़ेगा, तभी हम देश की सुरक्षा कर सकते हैं. रक्षा विशेषज्ञ ब्रिगेडियर (रिटा) वी महालिंगम ने कहा कि कोई सेना Guest Soldiers के दम पर युद्ध नहीं जीत सकती.