NewDelhi : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि लोकतंत्र देश में 1950 के बाद नहीं आया है यह हमारे देश का स्वभाव है. कहा कि लोकतंत्र हमारा मूल स्वभाव है. अगर कोई कहता है कि लोकतंत्र 15 अगस्त 1947 के बाद या 1950 में संविधान अपनाने के बाद आया है तो यह गलत है. बता दें कि अमित शाह दिल्ली में पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो के 51वें स्थापना दिवस समारोह में बोल रहे थे. इस क्रम में अमित शाह ने कहा कि गांवों में पहले भी पंच परमेश्वर हुआ करते थे.
Delhi: Union Home Minister Amit Shah felicitates #Tokyo Olympics silver medalist weightlifter Mirabai Chanu at the 51st Foundation Day celebration of the Bureau of Police Research and Development
Manipur Govt appointed her as Addl Superintendent of Police (Sports) in police dept pic.twitter.com/EeItAEFjKb
— ANI (@ANI) September 4, 2021
इसे भी पढ़ें : ममता बनर्जी के मन की मुराद पूरी, विधानसभा पहुंचने का रास्ता साफ, भवानीपुर में 30 सितंबर को उपचुनाव
गुजरात के द्वारका में यादवों का गणतंत्र था
हजारों साल पहले गुजरात के द्वारका में यादवों का गणतंत्र था, बिहार में गणतंत्र रहा. इसलिए लोकतंत्र हमारे देश का स्वभाव रहा है. अगर क़ानून व्यवस्था ठीक नहीं है तो लोकतंत्र कभी सफल नहीं हो सकता है. क़ानून व्यवस्था को ठीक रखने का काम पुलिस करती है. पूरे सरकारी तंत्र में सबसे कठिन काम अगर किसी सरकारी कर्मचारी का है तो वह पुलिस के मित्रों का है. गृह मंत्री ने पुलिस के बलिदान को याद करते हुए कहा, 75 सालों में देश में 35,000 पुलिस के जवानों ने बलिदान दिया, इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुलिस स्मारक की रचना की, जो बताता है कि पुलिस 35,000 बलिदानों के साथ देश की सेवा में खड़ी है.
इसे भी पढ़ें :अफगानिस्तान में तालिबानी कब्जे का असर! मोदी सरकार के 70 मंत्रियों की जम्मू और कश्मीर में कारपेट बांबिंग 10 सितंबर से
ओलंपिक पदक विजेता मीराबाई चानू को सम्मानित किया
अमित शाह ने टोक्यो ओलंपिक की भारोत्तोलन स्पर्धा में रजत पदक जीतने वाली मीराबाई चानू को आज सम्मानित किया. बता दें कि ओलंपिक पदक जीतने वाली चानू को मणिपुर में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया. उन्हें पुलिस अनुसंधान और विकास ब्यूरो (बीपीआर एंड डी) के 51वें स्थापना दिवस समारोह के मौके पर सम्मानित किया किया गया.
शाह ने 27 साल की मीराबाई चानू को शॉल और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया. इससे पहले शुक्रवार को एक आधिकारिक बयान में कहा गया, बीपीआर एंड डी’ द्वारा चानू का स्वागत करने के लिये भारतीय पुलिस की ओर से यह छोटा सा प्रयास है.