Kabul : वैश्विक आतंकी मुल्ला हसन अखुंद इस्लामिक अमीरात (अफगानिस्तान) का प्रधानमंत्री बन गया है. अमेरिका के मोस्ट वॉन्टेड आतंकी को तालिबान सरकार में अफगानिस्तान का नया गृह मंत्री है. तालिबान सरकार में नंबर एक और दो पद पर वैश्विक आतंकियों के कब्जे से विश्व का परिद़ृष्य बदल गया है.
इसे भी पढ़ें ; अजीत डोभाल की रूस के राष्ट्रीय सलाहकार निकोले पेत्रुशेव से मुलाकात आज, कल मिले थे CIA चीफ बिल बर्न्स से, अफगानिस्तान पर हुआ मंथन
पंजशीर प्रांत के लड़ाकों ने हार नहीं मानी है
अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान ने भले ही सरकार बना ली हो, लेकिन पंजशीर प्रांत के लड़ाकों ने हार नहीं मानी है. जान लें कि नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट (NRF) ने कहा है कि वह तालिबान की सरकार को नहीं मानेगा. घोषणा की है कि वह अब अफगानिस्तान में समानांतर सरकार चलायेगा.
बता दें कि पंजशीर अफगानिस्तान का इकलौता ऐसा प्रांत है जहां तालिबान पूरी तरह कब्जा नहीं कर पाया है. तालिबान ने पंजशीर के कुछ इलाकों में कब्जा जमाया था लेकिन पंजशीर के लड़ाके पहाड़ियों पर से तालिबानियों पर हमले कर रहे हैं.
नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट (NRF) यानी नॉर्दन अलायंस की अगुवाई अहमद मसूद कर रहे हैं. मंगलवार रात तालिबान ने अपनी नयी कैबिनेट का ऐलान किया. प्रतिक्रिया में अहमद मसूद ने कहा कि वे लोग अफगान में समानांतर सरकार चलायेंगे. बताया गया कि इसके लिए नेताओं से विचार-विमर्श चल रहा है.
इसे भी पढ़ें ; प्रशांत किशोर की AICC पैनल के रास्ते कांग्रेस में होगी इंट्री! सोनिया गांधी करेंगी अंतिम फैसला
मुल्ला हसन अखुंद को सरकार का प्रमुख बनाया गया है
NRF ने तालिबान की केयरटेकर सरकार को NRF विरोधी और अफगान के लोगों से दुश्मनी निकालने वाला करार दिया है. बता दें कि तालिबान ने मंगलवार शाम 33 सदस्यों वाली केयरटेकर सरकार का ऐलान किया था. मुल्ला हसन अखुंद को सरकार का प्रमुख बनाया गया है. NRF ने अपने बयान में तालिबान को अफगान के साथ-साथ पूरी दुनिया के खतरा कहा है.
इससे पहले नॉर्दन अलायंस ने संयुक्त राष्ट्र (UN), संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC), ईयू, सार्क, OIC आदि संस्थाओं से अपील की थी कि वे लोग तालिबान से किसी भी तरह का सहयोग ना करें. अफगान सरकार में मंत्री रहे सलाहुद्दीन रब्बानी ने भी तालिबान द्वारा गठित सरकार की निंदा की है. दावा किया कि यह सरकार ज्यादा दिनों तक नहीं चलेगी.
बता दें कि तालिबान ने जो सरकार गठित की है, उसमें आतंकियों की भरमार है. इसमें कोई तस्करी के लिए बैन है तो किसी पर 73 करोड़ का इनाम रखा गया है. तालिबान की 33 मंत्रियों वाली कैबिनेट में एक भी महिला को जगह नहीं मिली है.
इसे भी पढ़ें ; भाजपा ने पांच राज्यों में चुनाव प्रभारी नियुक्त किये, यूपी की जिम्मेवारी धर्मेंद्र प्रधान को, अन्नपूर्णा देवी सह प्रभारी