Ranchi : धनबाद में 4 फरवरी 1972 में गठित हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा का आज 50वां साल है. इस मौके पर पार्टी महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने राज्यवासियों को बधाई दी है. उन्होंने कहा है कि धनबाद से पहचान और सम्मान की जो यात्रा शुरू हुई थी, उसका आज स्वर्ण जयंती दिवस है. उन्होंने कहा है कि राज्य गठन के 22 साल में झारखंड में कई राजनीतिक उतार-चढ़ाव देखा गया. वहीं, पिछले 2 सालों में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में अबुआ राज की सत्ता झारखंड में है. दिशोम गुरु ने नारा दिया था कि ‘कैसे लोगे झारखंड’, तब 1.5 करोड़ लोगों ने कहा था कि ‘लड़ कर लेंगे झारखंड’. आज 3.25 करोड़ लोगों से हेमंत सोरेन पूछते हैं कि ‘कैसा होगा झारखंड’, तो नारा लगता है, ‘मिलकर गढ़ेंगे झारखंड’.
भाजपा सरकार में हुए सारे कामों के तथ्यों की जांच कराएं
शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान जेएमएम नेता ने पूर्ववर्ती रघुवर सरकार द्वारा किये गये टॉफी और मिठाई घोटाले पर एसीबी जांच के निर्देश का स्वागत किया. उन्होंने पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मांग कर दी कि सरकार भाजपा सरकार में हुए सारे कामों के तथ्यों की जांच कराएं. साथ ही आइपीआरडी के जो दावे हैं, उसका भौतिक सत्यापन करवाएं.
डबल इंजन की सरकार बॉगीलेस थी
सुप्रियो ने भाजपा पर जोरदार हमला भी बोला. कहा कि दिसंबर 2019 के पहले पांच वर्ष भाजपा की सरकार सत्ता में थी. इस दौरान यहां की मूल भावना ‘झारखंडी पहचान’ के साथ खिलवाड़ की गयी. पांचवीं अनुसूची, सीएनटी-एसपीटी एक्ट, ग्राम सभा, मानकी-मुंडा आदि सामाजिक व्यवस्था और सांस्कृतिक विरासतों पर लगातार प्रहार किया गया. संसाधनों की खुलेआम लूट हुई. फर्जी टॉफी, टी-शर्ट बांटना, चूहे से डैम खुदवाना, फर्जी नौकरी के आंकड़े जारी करवाना आदि काम हुए. आज वही पूर्व मुख्यमंत्री कहते हैं कि उन्होंने पारदर्शी तरीके से सरकार चलायी. दरअसल डबल इंजन की सरकार वैसी सरकार थी, जो पूरी तरह से बॉगीलेस थी.
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