Bahragoda (Himangshu Karan): बहरागोड़ा प्रखंड के मधुआबेड़ा स्वर्णरेखा नदी घाट रेत माफियाओं के लिये बालू चोरी करने का सबसे सुरक्षित घाट बन गया है. यहां से दिनदहाड़े रोजाना लगभग 200 ट्रैक्टर बालू की चोरी हो रही है. जबकि हाईवा से भी बालू की चोरी हो रही है.
इसे भी पढ़ें: नोवामुंडी : तेज रफ्तार वाहन बन रहे बंदरों के लिए काल
जेसीबी से बालू का उत्खनन, प्रशासन मौन
जेसीबी से बालू का उत्खनन हो रहा है और जेसीबी से ही ट्रैक्टर और हाईवा में बालू को लोड किया जा रहा है. बालू से लदे ट्रैक्टर राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 18 से दिन भर गुजरते रहते हैं और प्रशासन मौन साधे हुए हैं.
इलाके में कई जगहों पर बालू का अकूत भंडार
जानकारी के मुताबिक बालू से लदे ट्रैक्टर और हाईवा दरखुली होते हुए झरिया मोड़ के पास एनएच 18 पर पहुंचते हैं और यहां से विभिन्न जगहों पर जाते हैं. इलाके में कई जगहों पर बालू का अकूत भंडार है. यहां से भी ट्रैक्टरों पर बालू लोड कर अन्यत्र भेजा जाता रहा है.
मधुआबेड़ा इलाके में नहीं की जाती छापामारी
जानकारी होगी विगत दिनों जिला खनन पदाधिकारी ने बहरागोड़ा पुलिस के सहयोग से प्रखंड क्षेत्र के नागुड़साई में छापामारी की थी. परंतु मधुआबेड़ा और उसके आसपास के इलाके के नदी घाटों पर प्रशासन द्वारा छापामारी नहीं की जाती है.
स्थानीय प्रशासन की भूमिका चर्चा में
बालू के इस खेल में स्थानीय प्रशासन की भूमिका चर्चा में है. क्योंकि बालू से लदे ट्रैक्टर और हाईवा एनएच 18 से दिनदहाड़े गुजरते हैं. हाईवे पेट्रोलिंग गाड़ी के पास से ही बालू लदे ट्रैक्टर और हाईवा गुजर रहे हैं परंतु प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है.
इसे भी पढ़ें: केंद्र की मोदी सरकार ने हाई कोर्ट के जजों की नियुक्ति से संबंधित 20 फाइलों को नकारा, कॉलेजियम को लौटा दी

