Baharagoda (Himangshu karan) : बहरागोड़ा प्रखंड के बड़शोल थाना क्षेत्र स्थित गामारिया पंचायत के मालुवा गांव निवासी 53 वर्षीय प्रशांत दास की मौत की गुत्थी लाश बरामद होने के 18 दिन बाद भी दो राज्य की पुलिस नहीं सुलझा पायी है. इससे आक्रोशित मृतक के परिजन और ग्रामीणों ने प्रखंड के उप प्रमुख मुन्ना होता की अध्यक्षता में बैठक कर आगामी 18 जनवरी को बड़शोल थाना का घेराव करने का अल्टीमेटम दिया है. ज्ञात हो कि प्रशांत दास की लाश संदिग्ध परिस्थितियों में सीमा से सटे पश्चिम बंगाल के बलियाबेड़ा थाना क्षेत्र स्थित एक तालाब में 27 दिसंबर को मिली थी. मृतक की बाइक और बैग भी 28 दिसंबर को तालाब से बरामद की गई थी. परिजनों ने हत्या की आशंका जताई थी. पश्चिम बंगाल के बलियाबेड़ा थाना की पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा था.
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प्रशांत दास की पत्नी ने बड़शोल थाना में कराया था सनहा दर्ज
जिन परिस्थितियों में तालाब में लाश मिली थी, इससे इस बात की संभावना है कि प्रशांत दास की गहरे साजिश के तहत हत्या की गई है और साक्ष्य को छिपाने के लिए सीमा से सटे पश्चिम बंगाल के तालाब में लाश और बाइक को फेंक दिया गया है. बड़शोल पुलिस और पश्चिम बंगाल के बलियाबेड़ा थाना की पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है. परंतु अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है. विदित हो कि सांसद विद्युत वरण महतो और विधायक समीर महंती ने भी जमशेदपुर के एसएसपी से दूरभाष पर बात कर मामले का शीघ्र ही उद्भेदन करने की बात कही थी.
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ग्रामीणों ने बैठक कर लिया थाना घेराव का फैसला
उप प्रमुख मुन्ना होता की अध्यक्षता में मालूआ गांव में विगत रात्रि खांडामौदा एंव गामारिया पंचायत के ग्रामीणों ने उप प्रमुख मुन्ना होता की अध्यक्षता में बैठक की. बैठक में कहा गया कि 18 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस मामले को उजागर नहीं कर पायी है. अगर पुलिस ने मामले को उजागर नहीं किया तो 18 जनवरी को बड़शोल थाना घेराव होगा. फिर भी अगर मामले का उद्भेदन नहीं होता है तो प्रखंड कार्यालय का घेराव होगा. बैठक में मृतक के पिता बंकिम दास,सुशांत माइती, पंचानन जेना, आशीष माइती, शिव शंकर माइती, दुलाल पात्र, भगवान माइती तथा अनेक ग्रामीण उपस्थित थे.
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