Kiriburu (Shailesh Singh) : सारंडा जंगल के मर्चीगड़ा समेत दर्जनों जंगल गांवों में निवास करने वाले ग्रामीणों को सरकार द्वारा वनाधिकार का पट्टा दिया जा रहा है. यह सारंडा के ग्रामीणों की बड़ी जीत है. अब हमें जंगल गांवों में बसे गांवों के ग्रामीणों को तमाम प्रकार की बुनियादी सुविधाएं व विकास योजनाएं जैसे पेयजल, सड़क, शिक्षा, चिकित्सा, यातायात आदि से जोड़ना है. उक्त बातें झारखंड सरकार की मंत्री जोबा माझी ने मर्चिगड़ा गांव में बुधवार को आयोजित विजय दिवस सह स्थापना दिवस कार्यक्रम में कहीं. उन्होंने कहा कि वर्ष 1977-78 में स्व. देवेन्द्र माझी ने सारंडा, कोल्हान व पोड़ाहाट के लोगों को जल, जंगल, जमीन पर अधिकार दिलाने के लिये आंदोलन छेड़ा था. आपकी एकता की वजह से यह सफलता मिली है. आप सारंडा के ग्रामीण आपसी एकता, प्रेम व भाईचारे के साथ रहते हुये एक-दूसरे के सुख-दुख में सहयोग करते रहें.
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उन्होंने कहा कि झारखंड का नाम ही जंगल, झाड़ के नाम से है. ऐसे में हमें स्वयं को बचाने के साथ-साथ सारंडा जंगल व यहां रहने वाले व्यापक समाज को बचाने व उनके विकास के लिये निरंतर कार्य करना है. सारंडा में वन विभाग के अलावे जो भी एजेंसिया विकास कार्य कर रही हैं, उसमें यहां के बेरोजगारों को रोजगार देने का कार्य करें. उन्होंने सारंडा के ग्रामीणों से अपील की कि वे जंगल को नहीं काटें. सारंडा जंगल को बचाने का कार्य करें. जिन्हें वनाधिकार का पट्टा 4 हेक्टेयर से कम मिला है अथवा कोई त्रुटि की वजह से नहीं मिला है तो पुनः उसे सुधरवा कर जल्द दिया जाये, क्योंकि पट्टा पर्चा के अभाव में इनकी जाति, आवासीय, जन्म, मृत्यु आदि तमाम पहचान बनाने में असुविधा हो रही है. सेल की किरीबुरु-मेघाहातुबुरु प्रबंधन सारंडा के मरीजों को बेहतर चिकित्सा व निःशुल्क दवाइयां समेत तमाम सुविधा उपलब्ध कराये. राज्य के तमाम जरूरतमंद लोगों को सर्वजन पेंशन योजना का लाभ दिया जा रहा है. जो वंचित हैं वे प्रखंड कार्यालय में आवेदन देकर इसका लाभ लें. सरकार ने हर पंचायत में आपके द्वार कार्यक्रम के माध्यम से तमाम प्रकार के लाभ देने व आवेदन लेकर उसका समाधान का कार्य किया है. मुख्यमंत्री असाध्य रोग सहायता योजना के तहत 10 लाख रुपये तक इलाज हेतु सहायता देने का कार्य कर रही है. सावित्री बाई फुले योजना के तहत छात्राओं को शिक्षा हेतु आर्थिक मदद दे रही है. मंत्री जोबा माझी ने कहा कि पिछले दिनों जुम्बईबुरु में हमने एम्बुलेंस सुविधा देने की घोषणा की थी, लेकिन अब तक नहीं मिली, यह दुर्भाग्यपूर्ण है. आज ही हमने इस मामले में उपायुक्त से बात की है. उन्होंने अप्रैल माह से इस क्षेत्र के ग्रामीणों के लिये एम्बुलेंस उपलब्ध करवाने की बात कही है.
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समाजसेवी सोनू सिरका ने कहा कि सारंडा के सैकड़ों लोगों ने जल, जंगल, जमीन पर अधिकार के लिये स्व. देवेन्द्र माझी के नेतृत्व में आंदोलन करते हुये अपनी शहादत दी, जेल गये और यातनायें सहीं. आज उनका शहादत व्यर्थ नहीं गया, क्योंकि मंत्री जोबा माझी ने उन्हें जल, जंगल, जमीन पर अधिकार व वनाधिकार का दिलाने का कार्य किया. कार्यक्रम से पूर्व मंत्री जोबा माझी ने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, डा. भीमराव अम्बेडकर, भगवान बिरसा मुंडा की किरीबुरु स्थित प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. तत्पश्चात मर्चिगडा़ गांव स्थित शक्ति स्थल पर पूजा-अर्चना व माल्यार्पण किया. ग्रामीणों ने पारंपरिक तरीके से उनका स्वागत किया. बच्चियों ने नृत्य व सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी. इस कार्यक्रम में एसडीपीओ अजीत कुमार कुजूर, अंचलाधिकारी सुनील चन्द्रा, बीडीओ अनुज बंदो, थाना प्रभारी फिलमोन लकड़ा, पूर्व मुखिया प्रभुसाय भेंगरा, लाको तीडु़, स्टीफन कोन्गाड़ी, सलील होरो, जय मसीह मुन्डू, कारलुश मुन्डरी, हाबिल होरो, हरुण बारला के अलावे सारंडा के मिर्चिगड़ा, कलैता, धर्नादिरी, चेरवालोर, जुम्बईबुरु, बालेहातु, लोहराबेड़ा, मरीदा, कुवारमट्टी, टोपकोय, कुलातुपु आदि दर्जनों गांवों के ग्रामीण मौजूद थे.