Bermo: जिले में पंचायत चुनाव को लेकर तैयारी जोरों पर है. डीसी के निर्देश पर अधिकारी मतदान केंद्रों का दौरा कर व्यवस्था बेहतर करने में लगे हैं. इसे लेकर मतदान कर्मियों को ट्रेनिंग दिया गया है. इसी क्रम में गोमिया प्रखंड में भी पंचायत चुनाव की तैयारी की गयी है. इस प्रखंड में 462 मतदान केंद्र और 181 भवन बनाए गए हैं. 277 बूथ और 90 भवनों को अतिसंवेदनशील घोषित किया गया है. जबकि 179 बूथ और 85 भवन संवेदनशील है. महज 6 बूथ और 6 भवन सामान्य श्रेणी में है.
दरअसल गोमिया प्रखंड ग्रामीण क्षेत्र होने के साथ-साथ उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र भी है. पिछले कई चुनावों में नक्सलियों के फरमान पर चुनाव बहिष्कार होते रहे हैं. इधर कुछ वर्षों से पुलिस की मौजूदगी में मतदान हुए हैं. वैसे जनवरी में पुलिस की नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई थी. वहीं 11 मार्च को चिदरी पंचायत के ढोढ़ी गांव के मुकेश किस्कु की नक्सलियों ने हत्या कर दी थी. इन वारदातों के साथ नक्सलियों ने इलाके में अपनी उपस्थिति का एहसास करा दिया था. इस बात को लेकर प्रशासन गंभीर है. संजीदगी के साथ शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने की तैयारी कर रहा है.
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गोमिया प्रखंड में है 36 पंचायत
बता दें कि गोमिया प्रखंड में 36 पंचायत है. गोमिया प्रखंड उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र होने के कारण पुलिस प्रशासन मुस्तैद है. जिला पुलिस के आला अधिकारी लगातार बैठक कर निगरानी सहित मुक्कमल व्यवस्था के लिए रोडमैप पर अभ्यास कर रहे हैं. बोकारो एसपी के निर्देश पर गोमिया के स्थानीय पुलिस प्रशासन ने जंगल की ओर जाने वाले हर रास्ते पर अभी से चेकनाका लगा दिया है. साथ ही वाहनों की नियमित चेकिंग की जा रही है. ताकि कोई अप्रिय घटना ना हो.
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