Bermo: बेरमो अनुमंडल के बोकारो थर्मल थाना अंतर्गत अरमो ग्राम के गंझू टोला निवासी स्व. मोहन गंझू की विधवा सविता देवी मुआवजा को लेकर दर-दर की ठोकर खाने को विवश है. पिछले दो वर्ष से निराश व लाचार विधवा महिला सीसीएल के अधिकारी से लेकर विधायक और राजनीतिक दल के नेताओं के घर संभावना लिए चक्कर काट रही है.
दरअसल विगत वर्ष 21 जून 2018 को उसके पति मोहन गंझू की निर्मम हत्या कर दी गई थी. मोहन गंझू सीसीएल गोविन्दपुर परियोजना में निजी सूरक्षा गार्ड के पद पर कार्यरत था. वह डयूटी पूरी ईमानदारी और लगन से कर रहा था, जिसके कारण चोरों को परेशानी होने लगी थी. सीसीएल से डीजल एवं कोयले की चोरी बड़े पैमाने पर होती रही है, लेकिन मोहन गंझू की डयूटी पर आने के बाद चोरों को दिक्कत होने लगी थी. लिहाजा अपराधियों ने उसे रास्ते से हटा दिया.
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हत्या के बाद क्या हुआ
अपराधियों ने 21 जून को उसकी हत्या कर लाश को पास की झाड़ी में फेंक दिया था. इस बात की जानकारी जब उसके परिजनों और ग्रामीणों को हुई, तो वे सीसीएल प्रबंधन के समक्ष शव को रखकर आंदोलन करने लगे और अपराधियों की गिरफ्तारी के साथ-साथ उसकी पत्नी को प्राइवेट स्तर पर नौकरी और मुआवजा की मांग की. आंदोलन का नेतृत्व डुमरी के विधायक व वर्तमान राज्य सरकार के मंत्री जगरनाथ महतो, जिप सदस्य भरत यादव, कांग्रेस नेता विकास सिंह, तत्कालीन जेवीएम के जिला अध्यक्ष सुरेन्द्र राज सहित अन्य लोग कर रहे थे.
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इसके बाद प्रबंधन वार्ता के लिए तैयार हुई और गोविन्दपुर परियोजना के पीओ विनोद कुमार, कार्मिक प्रबंधक संजय कुमार चैबे एवं खान प्रबंधक आलमगीर आलम बीच द्विपक्षीय समझौता वार्ता सम्पन्न हुई. समझौते में मुआवजा के तौर पर तीन लाख रूपये, उसकी पत्नी सविता देवी को डीएवी स्कूल में चपरासी के पद पर नौकरी एवं उसके बच्चों को कस्तूरबा गांधी में नामांकन कराने की बात हुई. लेकिन आज तक एक भी वादा पूरा नहीं हुआ.
क्या कहती हैं सविता देवी
मोहन गंझू की विधवा सविता देवी की आंखें अपनी वेदना बताते-बताते भर आती है, उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्ष से नेताओं और अधिकारियों के दरवाजे पर जा जा कर थक चुकी हूं. समझौता वार्ता में किये गए वायदे पूरे नहीं हुए. नेताओं से भरोसा उठ चुका है.
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मुफलिसी में जिन्दगी हो रही गुजर
उम्र के इस दहलीज पर जिंदगी पहाड़ बन जाती है. दो-दो छोटी बच्चियों को लेकर 32 वर्षीय सविता की जिंदगी संयुक्त परिवार में किसी तरह से कट रही है. गोमिया के समाजसेवी पंकज पांडेय पिछले दिनों बेरमो उप चुनाव के दौरान उनकी आपबीती सुनी. उन्हें आश्वासन दिया था कि चुनाव के बाद उसकी समस्या को बेरमो विधायक कुमार जयमंगल को अवगत कराएंगे. फिलहाल पंकज पांडेय ने उन्हें एक बोरा चावल सहित अन्य खाद्य सामाग्री दी है. पांडेय ने कहा कि बेरमो विधायक से बात हो गई है. सीसीएल स्तर पर बात कर उन्हें हक दिलाया जाएगा.
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