Patna: बिहार में लचर स्वास्थ्य व्यवस्था की तस्वीरे आपने कई बार देखी होगी. लेकिन ताजा मामला आपको फिर हैरत में डाल देगा. दरअसल, आरा सदर अस्पताल में अव्यवस्था की जो तस्वीरें आमने आयी हैं उसने बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल दी है.
आरा सदर अस्पताल के इमरजेंसी परिसर में स्ट्रेचर नहीं मिलने के कारण परिजन अपने मरीज को बोरे पर सुलाकर ओपीडी स्थित सीटी स्कैन सेंटर से इमरजेंसी वार्ड लाते नजर आये. बताया जाता है कि मरीज इमादपुर थाना क्षेत्र के बिहटा गांव निवासी स्व. विश्वनाथ पंडित की 80 वर्षीया पत्नी फूलझारो कुंअर हैं.
इसे भी पढ़ें- जमशेदपुर पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने कहा- झारखंड सरकार विकास नहीं नमाज पर दे रही है ध्यान
बुजुर्ग महिला को हुआ ब्रेन हेमरेज
मरीज के पुत्र ने बताया कि शुक्रवार की सुबह उसकी मां घर में ही फिसलकर गिर गई थी. इसके बाद उन्हें आनन-फानन में इलाज के लिए तरारी रेफरल अस्पताल ले जाया गया. वहां डॉक्टर ने बताया कि उन्हें ब्रेन हैमरेज हो गया है. इसके बाद इन्हें लेकर परिजन आरा सदर अस्पताल पहुंचे.
सदर अस्पताल के चिकित्सक ने उन्हें देखकर सीटी स्कैन कराने की सलाह दी. लेकिन, जब उन्हें सिटी स्कैन सेंटर ले जाने के लिए इमरजेंसी वार्ड के स्वास्थ्य कर्मियों से स्ट्रेचर की मांग की गई तो उन्होंने बताया कि एक स्ट्रेचर पोस्टमार्टम रूम गया है और एक वार्ड में गया है. फिलहाल स्ट्रेचर उपलब्ध नहीं है. इसके बाद मरीज के परिजनों ने बोरे के सहारे मरीज को सीटी स्कैन सेंटर ले गए.
इसे भी पढ़ें- कायस्थ महासभा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जयंत सिन्हा ने कहा-कायस्थ समाज खीर में पड़े केसर जैसा